”याददाश्त” डॉ. राखी कोर्राम(गुड़िया ) साहित्यकार कांकेर छ.ग.
साहित्यकार-परिचय- डॉ. राखी कोर्राम(गुड़िया ) माता– पिता – श्रीमती छबीला मरकाम श्री बलीराम मरकाम जन्म – 11 अगस्त 1979 रामपुर (जुनवानी) शिक्षा – एम. ए.समाजशास्त्र । पोस्ट बी.एस.सी.नर्सिंग प्रकाशन–काव्य संग्रह – “गुड़िया”,गुड़िया-2 गुड़िया-3 समाचार पत्रपत्रिकाओं में प्रकाशन। कला साहित्य को…
‘सामाजिक सत्ता चुनाव की गर्माहट’ मनोज जायसवाल संपादक सशक्त हस्ताक्षर छ.ग.
-चुनावी प्रचार-प्रसार में आयी तेजी। निरंतर संपर्क बनाये हुए हैं,प्रत्याशी। अध्यक्ष पद के लिए कांटे की टक्कर की संभावना। (मनोज जायसवाल) नित मौसम में बदलाव हो रहे हैं। हाल की बात करें तो जहां कोंडागांव में बारिश हो रही है,वहीं…
”युवाओं को शिक्षा पर विशेष रुचि लेना चाहिए” दिलेश्वर बाजपेयी (अधिवक्ता) साहित्यकार दुर्ग छ.ग.
(दिलेश्वर बाजपेयी) आज जिस समुदाय परिवार में या कहाँ जाये जिस देश राज्य में हो पूरे समूचे में विश्व में शिक्षा को ही उत्तम और विशेष दर्जा दिया जाता है। आजकल युवा साथियों में पढ़ाई की रुचि न्यूनतम होती जा…
‘कला कौशल वार्षिक अधिवेशन में काव्य संग्रह का विमोचन’
-पूरे सत्र छंद में ही चला जो छत्तीसगढ़ में पहला ऐसा कार्यक्रम है। काव्य संग्रह महिमा वीर नारायण का भव्य विमोचन। दुर्ग(सशक्त हस्ताक्षर)। नगर में 23 अप्रेल को कला कौशल साहित्य संगम के वार्षिक अधिवेशन एवं सम्मान समारोह के पावन…
‘सामाजिक उत्थान नहीं कूटनीति की पड़ी’ मनोज जायसवाल संपादक सशक्त हस्ताक्षर छ.ग.
(मनोज जायसवाल) सामाजिक सत्ता की चाहत किसी व्यक्ति विशेष के अपने निजी रूप से किसी सियासी दंगल में वर्चस्व के लिए भी रहे। सामाजिक सत्ता में प्रमुख की भुमिका निर्वहन किये जाने के चलते सियासी पार्टियां भी सामाजिक सत्ताधीश की…
”समाजः हमारा दर्द न जाने कोय” श्री बसंत जैन, समाजसेवी जगदलपूर
समाजः हमारा दर्द न जाने कोय (बसंत जैन) ये हैं बसंत जैन। जगदलपुर के स्थायी वाशिंदे हैं। शासकीय इंजीनियरिंग कालेज जगदलपूर में पदस्थ है। ये लघु वेतन संघ के प्रांतीय कार्यकारिणी सदस्य एवं जगदलपूर जिलाध्यक्ष है।समाजसेवा को परम धर्म मानते…
‘कविताओं से गुंज उठा बरेली सभागार’
-नगर एवं क्षेत्र के कई साहित्यकारों ने कविताएं पढ़ी। बरेली(सशक्त हस्ताक्षर)। यहां के मानव सेवा क्लब के तत्वावधान में रविवार को क्लब के कहरवान स्थित कार्यालय सभागार में धरती माता और प्रकृति को लेकर काव्य की धारा बही। जिसमें कई…
‘सामाजिक सत्ता के परिवर्तन में जुटे समाजजन’ मनोज जायसवाल संपादक सशक्त हस्ताक्षर छ.ग.
(मनोज जायसवाल) समाज में प्रतिनिधित्व का अवसर नये लोगों को मिले। जिन्हें समाजजनों ने सामाजिक सत्ता पर पहले ही बिठाया जिसके चलते ही वो अनुभवी बने। लेकिन कटू सत्य कि सामाजिक सत्ता सम्हालने से पूर्व वो भी ऐसे ही थे।…
समाजः ‘साकोचार की वस्तुएं’ मनोज जायसवाल संपादक सशक्त हस्ताक्षर छत्तीसगढ़
साहित्यकार परिचय श्री मनोज जायसवाल पिता-श्री अभय राम जायसवाल माता-स्व.श्रीमती वीणा जायसवाल जीवन संगिनी– श्रीमती धनेश्वरी जायसवाल सन्तति- पुत्र 1. डीकेश जायसवाल 2. फलक जायसवाल जन्म-01 मई 1973 अरौद(कांकेर) शिक्षा-बीएससी(बायो)एम.ए.(हिन्दी साहित्य) कार्य- पत्रकारिता, प्रधान संपादक सशक्त हस्ताक्षर। व्यवसाय एवं कृषि…
”अक्ति-भाँवर” श्री चन्द्रहास साहू ग्रा.कृषि वि.वि.अधिकारी साहित्यकार धमतरी छ.ग.
साहित्यकार परिचय– श्री चन्द्रहास साहू जन्म – 30.12.1980 शिक्षा – बी.एस.सी.(कृषि) माता-पिता- ………………… प्रकाशन – (छत्तीसगढ़ी कहानी संग्रह )तिरबेनी ,तुतारी, करिया अंग्रेज पुरस्कार/सम्मान- चौधरी चरणसिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय,हिसार हरियाणा में लिखित नाटक का निर्देशन प्रस्तुतिकरण व प्रथम पुरस्कार अर्जित ।…