‘मौकापरस्तों की समाज में रवानी’ मनोज जायसवाल संपादक सशक्त हस्ताक्षर कांकेर छ.ग.
(मनोज जायसवाल) चाहे सामाजिक सत्ता हो या सियासी सत्ता! मौकापरस्तों की रवानी दोनों में दिखायी देता है। जो किसी एक पक्ष के हार की बद्दुआएं देता रहा, जो उक्त प्रत्याशी के हार के लिए आमजन के सामने नकारात्मक बातों को…
समाजः ‘हम सवालों के साथ रहेंगे’ मनोज जायसवाल संपादक सशक्त हस्ताक्षर छ.ग.
(मनोज जायसवाल) किसी बड़े वीआईपी नेता,उच्चाधिकारी द्वारा अपने कार,हेलीकॉप्टर में बिठा देने,सभा मंच पर नाम उच्चारण कर देने, फोटो खिंचवा देने, आंचलिक समाचार पत्र की सुर्खियों उपस्थितजनों की कड़ी में नाम छप जाने आदि भर से आपकी महानता तय नहीं…
सामाजिक सत्ता रूतबे का क्या? मनोज जायसवाल संपादक सशक्त हस्ताक्षर कांकेर छ.ग.
(मनोज जायसवाल) सत्ता चाहे सियासी हो या सामाजिक! हासिल होने के बाद समय नहीं लगता अपनी भावनाओं,विचारों को परिवर्तित होने में। उन्हें पता है, यह वो वक्त है,जब हमें झुकना है। सामाजिकता की मीठी-मीठी बातें करना है। जिस अंतिम व्यक्ति…
”अन्धे” डॉ. किशन टण्डन ‘क्रान्ति’ वरिष्ठ साहित्यकार रायपुर छ.ग.
साहित्यकार परिचय : डॉ. किशन टण्डन ‘क्रान्ति’ माता : श्रीमती मोगरा देवी पिता : स्व. श्री रामखिलावन टण्डन जीवनसंगिनी : श्रीमती गायत्री देवी जन्म : 01 जुलाई 1964, मस्तूरी, जिला-बिलासपुर, छ.ग. (भारत) शिक्षा : एम. ए. (समाजशास्त्र, इतिहास, राजनीति विज्ञान)…
“मीठा झूठ ” डॉ. राखी कोर्राम(गुड़िया ) साहित्यकार कांकेर छ.ग.
साहित्यकार-परिचय- डॉ. राखी कोर्राम(गुड़िया ) माता– पिता – श्रीमती छबीला मरकाम श्री बलीराम मरकाम जन्म – 11 अगस्त 1979 रामपुर (जुनवानी) शिक्षा – एम. ए.समाजशास्त्र । पोस्ट बी.एस.सी.नर्सिंग प्रकाशन–काव्य संग्रह – “गुड़िया”,गुड़िया-2 गुड़िया-3 समाचार पत्रपत्रिकाओं में प्रकाशन। कला साहित्य को…
समाजः’स्वच्छंदता के नाम नग्नता’ मनोज जायसवाल संपादक सशक्त हस्ताक्षर कांकेर छ.ग.
(मनोज जायसवाल) – स्वतंत्रता का प्रयोग गलत अर्थों से किए जाने की सजा मिलेगी जरूर। स्वच्छंदता के नाम पर तो तुमने अपनी संस्कार को भी भूला दिया। ऐसा भूला दिया कि परिवार के संस्कार क्या होते हैं,रिश्तों का सम्मान किस…
कलार महोत्सव बस्तर के लिए मुख्यमंत्री को आमंत्रण दिया
कांकेर(सशक्त हस्ताक्षर)। आने वाले कलार महोत्सव बस्तर के लिए हाल में निर्वाचित हुए संभागीय डंडसेना कलार समाज के सामाजिक सत्ता पर आसीन पदाधिकारियों की एक टीम ने 2 मई को मुख्यमंत्री आवास रायपुर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से भेंट मुलाकात…
प्रेस की स्वतंत्रता राजनीतिक महात्वाकांक्षा कितनी?मनोज जायसवाल संपादक सशक्त हस्ताक्षर छ.ग.
(मनोज जायसवाल) आज तो हम छोटे बैनर बडे बैनर में मतभेद पाले बैठे हैं। उनके साथ न रहना। उन्हें फर्जी कहना जैसी कई बातें हैं जो मत ही नहीं पल पल मनभेद करा रही है। बची बात स्वतंत्रता की तो…