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सबकी नजर बस्तर की ओर

(मनोज जायसवाल)
अब उत्कृष्ट क्वालिटी के काजू के लिए भी अपनी पहचान बना रहे बस्तर की ओर लोगों की नजरें सिर्फ सैर की ओर नहीं अपितु यहां मिलने वाली देशी खाद्व वस्तुओं की ओर भी लगी होती है। बारिश के बाद से ही यहां विभीन्न प्रकार के पौष्टिक व स्वादिष्ट मिलने वाली शाक सब्जियों,कंद,मूल तथा मशरूम के अतिरिक्त औषधीय महत्व के पौधों से मिलने वाली फुल और फल की ओर भारत ही नहीं आज विश्व आकृष्ट है।

वर्तमान की बात करें तो देश में सबसे मीठा और स्वादिष्ट के रूप में अपनी पहचान कायम रखी कांकेर सीताफल बाजारों में आने शुरू हो गये हैं। कांकेर जिले के प्रवेश द्वार चारामा से आगे बाबुकोहका,झिपाटोला,लखनपुरी,माकड़ी,जिला मुख्यालय कांकेर केशकाल के साथ ही आगे पूरे बस्तर में सीजन में यदि आप राजमार्ग 30 से गुजर रहे हैं तो सड़कों पर इन देशी चीजों को बेचती महिलाएं दिखायी देंगी।

 

बाहर से आवाजाही कर रहे लोग कार से उतर कर ये वस्तुएं खरीद रहे होते हैं। सीताफल के साथ जिमीकंद,डांगकंद सहित अन्य चीजें मिलती है। लेकिन इस बार मानसुन के आगमन से लेकर वर्तमान तक बारिश होने के चलते सीताफल का साईज छोटा हो गया है। इन दिनों पेड़ में ही ये सीताफल पक जाते थे, लेकिन इस बार उपलब्धता भी बहुत कम होने के चलते सीताफल का सीजन जल्द चला जायेगा।

 

बस्तर में मिलने वाली वस्तुओं में चार भी मुख्य है,जो अच्छी क्वालिटी की नामचीन मिठाईयों में डाला जाता है, यह भी बस्तर धरा की देन है। खाद्व चीजों की लंबी लिस्ट बनेगी अगर हम गिनाने बैठे तो। यही बात अन्न का भी है। सुगंधित अनाज जीरा राईस के साथ ही शुगर फ्री चांवल कोदो,कुटकी,राई न जाने क्या क्या! अतीत में प्रमुखता से उपयोग किए जाने वाले अन्न आज आयुर्वेदिक स्वास्थयिक महत्व के नाम लोगों में जागरूकता के चलते मांग हो रहा है। इसके साथ ही अब अन्य कई नई चीजें भी उत्पादन की ओर अग्रसर है।

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