”बालीवुड के हर वक्त जवां नायक अनिल कपूर ”श्री मनोज जायसवाल संपादक सशक्त हस्ताक्षर‚कांकेर (छ.ग.)
श्री मनोज जायसवाल
पिता-श्री अभय राम जायसवाल
माता-स्व.श्रीमती वीणा जायसवाल
जीवन संगिनी– श्रीमती धनेश्वरी जायसवाल
सन्तति- पुत्र 1. डीकेश जायसवाल 2. फलक जायसवाल
(साहित्य कला संगीत जगत को समर्पित)
”बालीवुड के हर वक्त जवां नायक अनिल कपूर ”
हिंदी सिनेमा जगत के मशहूर प्रोड्यूसर स्वर्गीय सुरिंदर कपूर के बेटे, बोनी कपूर और संजय कपूर के भाई, स्व. श्री देवी के देवर और सोनम कपूर के पिता हर दिल अजीज, हर वक्त जवां दिखने वाले अनिल कपूर का 24 दिसंबर को जन्मदिन है।
बताते चलें महान अभिनेता अनिल कपूर का जन्म मुंबई के चेम्बूर इलाके में 24 दिसंबर 1956 को ही हुआ। अनिल कपूर वो भारतीय फिल्म अभिनेता और निर्माता हैं जो कि बॉलीवुड और हॉलीवुड फिल्मों में अपने अभिनय और डॉयलाग बोलने के अंदाज से भी जाने जाते हैं। वे मुख्यतः हिन्दी फिल्मों में ही काम करते है। वे हर शैली की फिल्मों में काम कर चुके हैं और उन्हें काफी सराहना भी मिली है।
अनिल कपूर का जन्म चेंबूर, मुंबई में हुआ था उनके पिता का नाम सुरिंदर कपूर और मॉं का नाम निर्मला कपूर है। उनके दो भाई भी हैं- बड़े भाई का नाम बोनी कपूर और छोटे भाई का नाम संजय कपूर है।
मेरी जंग, चमेली की शादी, जांबाज, कर्मा, मि.इंडिया, तेजाब, राम लखन, घर हो तो ऐसा, बेटा, 1942 ए लव स्टोरी, विरासत, हम आपके दिल में रहते हैं, ताल, बुलंदी, पुकार, नायक, वेलकम, रेस, स्लमडॉग मिलेनियर जैसी फिल्मों में उन्होंने अपने अभिनय का जलवा बिखेरा। फिल्म बेटा में निभाए गए उनके किरदार ने सभी को भावनात्मक कर दिया था, और ऐसा कहा जाने लगा था कि बेटा हो तो ऐसा वहीं फिल्म नायक में निभाए गए उनके 1 दिन के मुख्यमंत्री के किरदार को खूब प्रशंसा मिली। आज भी टीवी चैनलों में यह फिल्म बार बार प्रसारित किए जाते रहे हैं।
अनिल की शादी सुनीता कपूर से हुई है जिनसे उन्हें तीन बच्चे हैं- दो लड़कियां सोनम कपूर और रिया कपूर और एक लड़का हर्षवर्धन।
फिल्में एक नजर में
अनिल कपूर ने उमेश मेहरा की फिल्म हमारे तुम्हारे (1979) के साथ एक सहायक अभिनेता की भूमिका में अपने बॉलीवुड के सफर की शुरुआत की। हम पांच (1980) और शक्ति (1982) के रूप में कुछ मामूली भूमिकाओं के बाद उन्हें 1983 में वो सात दिन में अपनी पहली प्रमुख भूमिका मिली जिसमे उन्होंने एक उत्कृष्ट एवं स्वाभाविक प्रदर्शन किया।
अनिल कपूर ने बाद में टॉलीवुड में अभिनय करने की कोशिश की और तेलुगू फिल्म वम्सावृक्षं और मणिरत्नम की पहली कन्नड़ फिल्म श्पल्लवी अनुपल्लवी (1983) की। इसके बाद उन्होंने यश चोपड़ा की मशाल में एक बेहतरीन प्रदर्शन किया जहां उन्होंने दिलीप कुमार के साथ अभिनय कौशल दिखाया।
मेरी जंग (1985) जैसी फिल्म में न्याय के लिए लड़ रहे एक नाराज युवा वकील की भूमिका की जिसने उन्हें एक परिपक्व अभिनेता के रूप में स्थापित कर दिया। इसके अलावा अनिल कपूर न कर्मा, मिस्टर इंडिया, तेजाब, राम लखन जैसी फिल्में कीं जिन्होंने उन्हें स्टारडम की ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया।