”बस्तर लाईफ लाईन फोरलेन पर होंगी खुशियां”श्री मनोज जायसवाल संपादक सशक्त हस्ताक्षर कांकेर(छ.ग.)
श्री मनोज जायसवाल
पिता-श्री अभय राम जायसवाल
माता-स्व.श्रीमती वीणा जायसवाल
जीवन संगिनी– श्रीमती धनेश्वरी जायसवाल
सन्तति- पुत्र 1. डीकेश जायसवाल 2. फलक जायसवाल
(साहित्य कला संगीत जगत को समर्पित)
”बस्तर लाईफ लाईन फोरलेन पर होंगी खुशियां”
छ.ग.की राजधानी रायपुर से निकलने वाली लंबी सडकों में शुमार बस्तर का लाईफ लाईन माने जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग 30 जो पहले 43 हुआ करता था, पर सुगम पहूंच के लिए फोरलेन की मांग अरसे से की जा रही है।
पूर्व में राज्यसभा सांसद श्रीमती फुलोदेवी नेताम के साथ ही बस्तर सांसद दीपक बैज ने इस महती मांग को सदन में उठा चुके हैं। वर्तमान में टू लेन इस मार्ग में केशकाल घाटी की वजह से प्रतिदिन जाम की स्थिति से वर्तमान में भी लोगों की परेशानी जाने का नाम नहीं ले रही है।
रायपुर से धमतरी 80 किमी तक फोरलेन मार्ग का निर्माण होने से राहत मिली लेकिन धमतरी से बस्तर का संभागीय मुख्यालय तक टू लेन सडक में यातायात दबाव के चलते आए दिन घटना दुर्घटनाएं हो रही है।
खबर है कि धमतरी से जगदलपूर तक बनाये जाने वाले फोरलेन हेतु डीपीआर तैयार हो चुका है।केंद्रीय परिवहन मंत्रालय द्वारा इस प्रोजेक्ट के लिए 2 हजार करोड रूपये का बजट भी मंजूर कर दी है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय,उप मुख्यमंत्री अरूण साव द्वारा केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से भेंट कर इस योजना को प्रारंभ करने की मांग की थी,जिस पर ही इस प्रक्रिया को पूरा कर बजट पूरा किया गया है।
राजमार्ग किनारे की जमीन तो पूर्व से अधिग्रहित है। धमतरी से रायपुर तक फोरलेन निर्माण में सात साल तक लग गये तब जाकर आज लोगों के लिए यात्रा सुगम हो पा रहा है। आशा की जा सकती है कि धमतरी से 220 किमी जगदलपूर तक मार्ग जल्द होगी। इस मार्ग से ही रेलमार्ग की मांग चली आ रही है,लेकिन फोरलेन बन जाने से राहत मिलेगी।
वर्तमान में रायपुर से विशाखापट्टनम के लिए भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत मार्ग प्रगति पर है। इसके चालू हो जाने से बडी हैवी वाहने उस मार्ग से जाएंगी। साथ ही रायपुर से विशाखापट्नम को जाने के लिए सबसे आसान मार्ग होगी।
वर्तमान में राष्ट्रीय राजमार्ग 30 में कई जगह वो टर्निंग है,जो दुर्घटनाजन्य स्थलों में जानी जाती है। फोरलेन से जहां काफी हद तक टर्निंग सीधी हो जाएंगी वरन फोरलेन मार्ग के नियमों के मुताबिक परिचालन से दुर्घटनाएं ना के समान होंगी।