”भारत मां की मैं बेटी हूं”श्रीमती कल्पना शिवदयाल कुर्रे “कल्पना” साहित्यकार बेमेतरा(छ.ग.)
साहित्यकार परिचय
श्रीमती कल्पना कुर्रे
माता /पिता – श्रीमती गीता घृतलहरे, श्री हेमचंद घृतलहरे
पति – श्री शिवदयाल कुर्रे
संतत–् पुत्र – 1. अभिनव 2. रिषभ
जन्मतिथि – 19 जून 1988
शिक्षा-
प्रकाशन-
पेशा – गृहणी
पता – ग्राम – कातलबोड़़
पोस्ट – देवरबीजा,
तहसील – साजा,
जिला – बेमेतरा (छ.ग.)
संपर्क- मो. – 8966810173
भारत मां की मैं बेटी हूं
भारत मां की मैं बेटी हूं
मैं बेटी हूं भारत मां की
इस पर मुझको नाज है
इस धरती पर मेरा जन्म लेना
मेरा परम सौभाग्य है
कितने ही जाति-धर्मो के लोग
भारत में सब एक हैं
यहां बहती गंगा की धारा
निर्मल कर दे जीवन सारा
भारत में ही जन्मे है कितने
अमर सूरवीर बलिदानी
देवी देवताओ ने भी यही जन्म लेकर
पावन धरती मानी
प्रकृति की गोद में झुला झुले
भारत माता
ऊंचे नीचे पहाड़ पर्वत
इसकी सुंदरता बढ़ायें
फुल खिले हर आंगन में
हर बेटी मुसकाय
कितनी संस्कार भरी ये धरती
देख इसे मेरा मन हर्षाय
महानता इसकी देख के
कितने वीर शहीद हुए
राम कृष्ण की यह धरती
संतों का समावेश है
पुजा पाठ सत्य कर्म से ही
संस्कारों की पहचान है
सिर पे घुंघट माथे पे बिंदी
मेरी धरती मां की आन है
जाके देखो देश विदेश
भारत जैसा कोई नहीं देश
यहां पुजे जाती देवीयां
औरत को भी माने देवी का रूप
यहां की बेटी हर खेल में आगे
शिक्षा में है उसका नाम
आगे ही बढ़ते जाना
यही बस है अपना काम
भारत मां की मैं बेटी हूं
इस पर मुझको नाज है
इस धरती पर जन्म लेना
मेरा परम सौभाग्य है।।