कई प्रतिभाएं मंच तक नहीं आ पाती (मनोज जायसवाल, संपादक सशक्त हस्ताक्षर छ.ग.)
ठीक है, छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद बहुतायत रूप से यहां के प्रतिभाओं ने अपना लोहा मनवाते अपनी उत्कृष्ट कला का प्रदर्शन किया। सब अपनी विधा का प्रदर्शन चाहते हैं। उन्हें सबसे पहले अपनी विधा को स्थान चाहिए। अर्थ…
नई दिशा देने वाली होगी, छत्तीसगढ़ी फिल्में (मनोज जायसवाल, संपादक सशक्त हस्ताक्षर छ.ग.)
2002 का दशक नवोदित छत्तीसगढ़ राज्य में सफल फिल्मों के लिए जाना जाएगा। इस दौर में जो जुनून दिखा वह अब नहीं। हालांकि 2003के दशक में कई छत्तीसगढ़ी फिल्में फलाप क्या डिब्बा बंद भी हुई । मध्यांतर में फिल्म निर्माण…
महिला पर चारित्रिक दोषारोपण उचित नहीं (मनोज जायसवाल संपादक सशक्त हस्ताक्षर छ.ग. )
किसी भी महिला पर चारित्रिक दोषारोपण कर देना जितना सरल है,प्रामाणिकता की कसौटी पर सरल नहीं। न जाने समाज में किन किन गालियों से निम्न तबके तब महिलाओं को ठेस पहूंचायी जाती है। कई मामले घर परिवार तक होती…
मां अन्नपूर्णा के दिए प्रसाद का अपमान क्यों?(मनोज जायसवाल संपादक सशक्त हस्ताक्षर छ.ग.)
इसे उनकी बेशर्मीयत कहें, आदत से लाचार कहें या अंतस से हम कोसते रहें कि जो शिक्षित साभ्रांत होने का दंभ भरते हैं और कईयों तो आज के सोशल मीडिया पटल पर पढते और चिंता जताते दूसरों को नसीहतें…
हमारी संस्कृति,हमारी विरासत (मनोज जायसवाल संपादक सशक्त हस्ताक्षर छ.ग. )
-पैसे उड़ाती परंपराओं से दूर छ.ग. में लोक सांस्कृतिक मंच हां, हमें पता है कि छत्तीसगढ़ कला जगत के उदीयमान काल में जब नाचा पार्टी का आयोजन प्रमुखता से लोगों के मनोरंजन का साधन हुआ करता था। नाचा पार्टी में…
जिनका पूरा जीवन मानवता को समर्पित रहा..श्रीसत्य साई बाबा ( मनोज जायसवाल, संपादक सशक्त हस्ताक्षर छ.ग. )
23 नवंबर श्रीसत्य साई जन्म दिवस पर विशेष ….. प्रभावशाली आध्यामिक गुरूओं में एक श्रीसत्य साई बाबा जिनका बचपन का नाम सत्य नारायण राजू था का जन्म 23 नवंबर 1926 को हुआ था।जहां भक्त उन्हें शिरडी के साई का अवतार…
सुक्ष्म उपस्थिति में श्रीसत्य साई बाबा (मनाेज जायसवाल संपादक सशक्त हस्ताक्षर छ.ग.)
भारत के लगभग हर प्रदेश में श्रीसत्य साई संगठन आध्यात्मिक धार्मिक क्षेत्रों में बाबा की भौतिक उपस्थिती से वर्तमान तक काम कर रहे हैं। बाबा को मानने वाले अनुयायियों में राजनीती कला जगत से लेकर उद्वोगपति एवं विदेशों में भी…
मेरा उनसे नहीं जमता..( मनोज जायसवाल संपादक सशक्त हस्ताक्षर छ.ग. )
-टंगिया में मार के,बसुला में सुधारत हे महिला वर्ग में आम जीवनचर्या में बात बात पर चुगली किए जाने,बात नहीं पचने की बात करने वाले कुछ पुरूष की औकात भी आप सोसायटी में देख ही लीजिए कैसे द्वेश विद्वेश…
बहन से आत्मीय संबंध नहीं, तो आपके जीवन में है क्या? (मनोज जायसवाल संपादक सशक्त हस्ताक्षर छ.ग. )
बचपने में भाई बहन के रिश्तों में जिस तरह खेल खेल में लड़ाई झगड़ा और फिर कुछ देर में ही मित्रता जैसे भाव लेते एक हो जाने और फिर रोजमर्रा बितायी जाती थी। विवाह के बाद भी कभी-कभी तनावपूर्ण…
‘बेलिया दाल के साथ बस्तर रखिये की बड़ी’ (मनोज जायसवाल संपादक सशक्त हस्ताक्षर छ.ग.)
सीताफल,जिमीकंद,वाराही कंद के बाद इन दिनों छत्तीसगढ के गावों में प्रमुख रूप से बस्तर क्षेत्र की छत छानियों में रखिये का फल देखा जा सकता है। कम पानी की जरूरत वाला रखिये की फसल इस बार हालांकि कमजोर है।अमुमन…