हमारी ज़मूरियत कितनी परिपक्व है? श्री राकेश प्रताप सिंह परिहार वरिष्ठ पत्रकार बिलासपुर(छ.ग.)
क्या भारतीय लोकतंत्र भीड़तंत्र में बदल रहा है ? पिछले कुछ वर्षो से यह सुन सुन कर कान पक गए है… की आखिर लोकतंत्र में जनता द्वारा दिए गए जनादेश का ही तो महत्व है। पर यह बहुत बड़ा पर…
”बहन पर स्नेह बनाए रखने की चाह” श्री मनोज जायसवाल संपादक सशक्त हस्ताक्षर‚कांकेर (छ.ग.)
साहित्यकार परिचय श्री मनोज जायसवाल पिता-श्री अभय राम जायसवाल माता-स्व.श्रीमती वीणा जायसवाल जीवन संगिनी– श्रीमती धनेश्वरी जायसवाल सन्तति- पुत्र 1. डीकेश जायसवाल 2. फलक जायसवाल जन्म-01 मई 1973 अरौद(कांकेर) शिक्षा-बीएससी(बायो)एम.ए.(हिन्दी साहित्य) कार्य- पत्रकारिता, प्रधान संपादक सशक्त हस्ताक्षर। व्यवसाय एवं कृषि…