साहित्य कला जगत की खबरें

बरेली में मिसरे पर काव्य सृजन एवं ग़ज़लों की प्रस्तुति

बरेली(सशक्त हस्ताक्षर)उ.प्र.। तिरंगा काव्य मंच का 36 वां मासिक ऑनलाइन कवि सम्मेलन एवं मुशायरा 25 एवं 26 मार्च को साहित्य त्रिवेणी के सम्पादक एवं तिरंगा काव्य मंच के संरक्षक आदरणीय डॉ कुंवर वीर सिंह मार्तण्ड जी (कोलकाता) एवं तिरंगा काव्य मंच के अध्यक्ष बरेली के उस्ताद शायर आदरणीय गुरुदेव  विनय सागर जायसवाल की अध्यक्षता में उन्हीं के द्वारा दिये गये मिसरे पर आयोजित किया गया। सभी रचनाकारो ने विषय और मिसरे पर एक से बढ़कर एक काव्य सृजन एवं ग़ज़लों की प्रस्तुति दी।

इस अवसर पर  कवयित्री चंचल हरेंद्र वशिष्ट  (नई दिल्ली),डॉ कामिनी व्यास रावल जी (राजस्थान) ने अपने बेहतरीन संचालन का नज़ारा पेश कर सभी का दिल जीता। इस आवसर पर अलका मित्तल जी (मेरठ) ने संचालन सहयोग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कवि सम्मेलन की शुरुआत चंचल हरेंद्र वशिष्ठ जी के सुमधुर सरस्वती वंदना से हुई।

 

कुशल एवं बेहतरीन संचालन तथा सभी कवि ,शायर मित्रों ने शुरू से अंत तक उपस्थित रहकर एक दूसरे की हौसला अफ़ज़ाई की। बहुत सुखप्रद रहा। इस अवसर पर आदरणीय गजेन्द्र नाहटा, राकेश कोठारी, एवं विश्वजीत शर्मा सागर ने कार्यक्रम में भाग लेते हुए शुरू से अंत तक उपस्थित रहकर सभी की हौसला अफ़ज़ाई की।

आदरणीय मार्तण्ड जी ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा- तिरंगा काव्य मंच के संयोजक आदरणीय शम्भू लाल जालान निराला, कवि सम्मेलन की संचालिका आदरणीया चंचल हरेंद्र वशिष्ट  मंच के समस्त पदाधिकारी एवं प्रतिभागीगण सभी का नंदन,वंदन, अभिनन्दन।

 

मित्रों अबकी बार संतान विषय पर कविता या गीत लिखने को दिया गया था।आप लोगों ने इस विषय पर अपने अपने ढंग से प्रयास किया ख़ूब कलम चलाई है। सभी ने अच्छा प्रयास किया है। अच्छा लग रहा है।भविष्य में और अच्छा लिखें। सभी को हार्दिक बधाई और शुभकामना।
तिरंगा काव्य मंच के नाम को सार्थक करें। तिरंगा शब्द में राष्ट्र के मान सम्मान का भाव अंतर्निहित है। इस बात को सदैव मन में रखें।
साहित्यकाश में आपका ऊंचा नाम हो।

मुशायरे के अध्यक्ष  विनय सागर जायसवाल  ने अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में कहा- आज तिरंगा काव्य मंच का 36 वां मुशायरा भी पिछले मुशायरों की तरह आप सबने बेहतरीन ग़ज़लें पेश कर कामयाब बना दिया। कामिनी जी अलका जी ने निराला जी का साथ बखूबी निभा रही हैं। बेहतरीन संचालन किया कामिनी जी ने और बखूबी साथ दिया अलका ने। निराला जी सबको मंच उपलब्ध करा रहे हैं।इस उम्र में भी पूरे हौसले के साथ।यह बहुत बड़ी बात है।

 

कवि सम्मेलन के कविगण

चंचल हरेंद्र वशिष्ठ , डॉ सुभाष चन्द्र शुक्ल, आरती झा आद्या , भुवनेश्वर प्रसाद गोपाल, तृप्ता श्रीवास्तव , कालजयी घनश्याम, डॉ संजीव धानुका, विनीता निर्झर , सौदामिनी खरे, हीरा लाल जायसवाल, पुनीता सिंह , अल्पना सिंह,दीपिका रुखमांगद दीप , प्रोफेसर प्रेम शर्मा, गजेन्द्र नाहटा, महेंद्र सिंह प्रखर, विश्वजीत शर्मा सागर, तृप्ता श्रीवास्तव,डा० कुंवर वीर सिंह मार्तण्ड।

 

मुशायरे के शायरगण

चंचल हरेंद्र वशिष्ट,भुवनेश्वर प्रसाद गोपाल , प्रदीप श्रीवास्तव,अलका मित्तल,राम पुकार सिंह गाजीपुरी जी,पथिक जौनपुरी ,शम्भू लाल जालान निराला, हीरा लाल यादव, डॉ कामिनी व्यास रावल, अमिता गुप्ता, बसंत ठाकुर,सरल कुमार वर्मा, रणजीत भारती, विनीता निर्झर,गिरीश पाण्डेय, आरती झा आद्या,कालजयी घनश्याम, डॉ भागिया’ ख़ामोश, विनय सागर जायसवाल संयोजक शम्भू लाल जालान निराला  ने अंत में सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया। 

LEAVE A RESPONSE

error: Content is protected !!