”मुस्कुराता पतझड सहित कई कृतियों का बस्तर में विमोचन”
(मनोज जायसवाल)
-रश्मि विपिन अग्निहोत्री लिखित संकलन मुस्कुराता पतझड 26 जनवरी को होगा विमोचन।
कांकेर(सशक्त हस्ताक्षर)। लेखन आपके पूर्व जन्मों के अच्छे कर्मों का प्रतिफल माना गया है। आप कितने ही बडे रचनाकार हों, आपकी कृति का निश्चित ही अपनों के बीच पूर्ण आत्मीयता के साथ अपने पारिवारिक आयोजनों जैसे विमोचन होना चाहिए। बडे रचनाकार के नाम आज के आनलाईन शापिंग में अपनी पुस्तकों का अधिकार सौंप आप किस संस्कृति की ओर जा रहे हैं,जहां साहित्य का अर्थ सा-हित्य जो समाज के हित में हो।
सीधे तौर पर कहें तो व्यवसायवादी सोच रख कर क्या आप अपने लेखन को खुद अर्थ से तो नहीं तौल रहे हो। ठीक है,जिन्हें आप पुस्तकें निःशुल्क में प्रदान किये वो पढे ना पढे। प्रतिक्रिया दे, ना दे उसकी अपनी मर्जी। कई दफा सोशल मीडिया में भी लोग पढते हैं, पसंद करते हैं,लेकिन कमेंट लाईक नहीं कर पाते। वैसे भी आपकी कलम किसी प्रतिक्रिया का ही मोहताज नहीं होना चाहिए।
जब पुस्तक लिखने का इतना बडा दिल आपने दिखाया है, तो विमोचन के लिए यह कैसी कंजुसी? विमोचन अपनों के बीच जरूर होना चाहिए जहां यही तो मौका है, कम से कम स्थानीय कलमकारों से हम मुखातिब हों।
आने वाले नये वर्ष में 26 जनवरी को बस्तर क्षेत्र की जानीमानी लोकप्रिय सबकी लाडली मुखर लेखिका श्रीमती रश्मि विपिन अग्निहोत्री,केशकाल की कृति मुस्कुराता पतझड़ विमोचन होने वाली है। गौरतलब है कि लेखिका की बस्तर पर केन्द्रित एकल संग्रह कभी हंसता कभी,सुलगता बस्तर काफी चर्चित रहा है। केशकाल या कोण्डागांव जिला मुख्यालय में यह पूर्ण गरिमामयी आयोजनों के मध्य विमोचित होगी। अभी 21 दिसंबर से सिहोर,उज्जैन धार्मिक यात्रा पर जा रही है।
इसके साथ ही उत्तर बस्तर कांकेर जिले के बागोडार में पदस्थ शिक्षक अनिल मौर्य अनल द्वारा एक लघु पुस्तिका संकलन प्रकाशित किया गया है। जिसमें 270 संस्कृत के शब्दों का हिंदी में अनुवाद, गणित के 20 फार्मुला, हिन्दी के 50 शब्दों का अर्थ संकलित पुस्तक में किया गया है,जो पढने वाले बच्चों के लिए विशेष रूप से काम आयेगी।
इसके साथ ही नये वर्ष में डॉ.आर.पी. टण्डन की तीन पुस्तक सतनामी सतनामधर्मी गुरू घासीदास साहेब, सतनामी बेटी सहोद्रा माता,गुरू अमरदास साहेब का विमोचन होगा। पुस्तक विमोचन की श्रृंखला में डॉ. किशन टण्डन ”क्रांति” लिखित सत्य पथ पर यात्रा संस्मरण, राष्ट्रीय साझा काव्य संकलन सतनाम संसार एवं मंथन के साथ ही चीनू टण्डन सिकंदर लिखित मेरे एहसास काव्य संग्रह भी नये वर्ष में विमोचित होगा। लेखक मनोज जायसवाल ने बताया कि सशक्त हस्ताक्षर परिवार को विमोचन की घडी का बेसब्री से इंतजार है,इसके साथ आम पाठकों को भी यह तमाम पुस्तकें पढने मिलेंगी।