– मुख्यमंत्री से मुलाकात में आश्वासन के बाद नर्सेज एसोसिएशन प्रतिनिधि मंडल एवं नर्सों में खुशी की लहर।
कांकेर (सशक्त हस्ताक्षर)।छत्तीसगढ़ प्रदेश नर्सेज एसोसिएशन के प्रतिनिधि मंडल ने विजय मंडावी जिलाध्यक्ष किसान मोर्चा कांकेर,उपाध्यक्ष राजेन्द्र गौर के नेतृत्व में पत्रकार मनोज जायसवाल के साथ नये मुख्यमंत्री को प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने तथा नववर्ष की बधाई देते हुए सौजन्य भेंट किया।
विभागीय कर्मियों ने अपनी समस्याएं बताई कि स्टाफ नर्सेस की कई वर्षों से पदोन्नति नहीं हो रही है संचालनालय स्वास्थ्य सेवाओं में कार्यरत अनेक स्टाफ नर्स बिना पदोन्नति के ही सेवानिवृत्त हो जाते हैं। वहीं दूसरी ओर पिछले दिनों हेल्थ फेडरेशन के हड़तालियों की लगभग 2800 स्वास्थ्य कर्मचारियों की बर्खास्तगी एवं निलंबन की समस्त कार्यवाही शून्य होने के बावजूद हड़ताल अवधि का वेतन अभी तक नहीं मिला। जबकि उस दौरान के अन्य सभी हड़तालियों को हड़ताल अवधि का वेतन मिल चुका है, सिर्फ स्वास्थ्य कर्मियों मात्र का ही हड़ताल अवधि का वेतन अब तक अप्राप्त है।
उच्च शिक्षा के लिए सेवारत नर्सेस को अनापत्ति प्रमाणपत्र जारी करने पर भी उच्च अधिकारियों द्वारा रोक लगाई गई है ।हेल्थ फेडरेशन की हड़ताल की 5 सूत्रीय मांगों में से कोई भी मांग पूरी नहीं हुई पूर्ववर्ती सरकार के सारे आश्वासन और वादे झूठे निकले। माननीय मुख्यमंत्री जी से सौजन्य मुलाकात करते हुवे प्रांतीय संयुक्त सचिव सविता सिंह ने कहा कि हेल्थ फेडरेशन की हड़ताल 21 अगस्त 2023 से 13 सितंबर 2023 तक जारी रहा जिसके बीच मंच पर हमारी मांगों के समर्थन में माननीय ओ.पी. चौधरी ,वित्त मंत्री छ ग.शासन., माननीय उप मुख्यमंत्री छ.ग.अरुण साव, हेल्थ फेडरेशन के मंच पर आकर हम स्वास्थ कर्मियों की मांगों को जायज बताकर सहानुभूतिपूर्वक समर्थन दिया था और उनके द्वारा सत्ता में आने पर मांगों को पूरा करने का आश्वाशन भी दिया गया था ।
इसीलिए अब नवीन मुख्यमंत्री जी से मिलकर स्टाफ नर्सों को अब पूरी उम्मीद है कि छत्तीसगढ़ प्रदेश नर्सेज एसोसिएशन के मांगों को मुख्यमंत्री जल्द पूरी करेंगे प्रांत अध्यक्ष श्रीमती सुमन शर्मा ने बताया कि छत्तीसगढ़ प्रदेश के लगभग 12 हजार स्टाफ नर्सेस छत्तीसगढ़ के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, जिला अस्पताल एवं मेडिकल कॉलेजो में पदस्थ हैं और जोखिम भरी सेवाएं देते हैं। स्टाफ नर्सेस को साल भर मिलने वाले किसी भी प्रकार के शासकीय अवकाश का लाभ प्राप्त नहीं होता छुट्टी के दिनों में भी ड्यूटी करते हैं जिसका अतिरिक्त वेतन मान दिया जाना चाहिए छत्तीसगढ़ में कार्य करने वाले स्टाफ नर्स का वेतन मान बहुत ही कम है, जबकि पढ़ाई 3 वर्ष 6 माह, 4वर्ष 6 माह और एम एस सी नर्सिंग तक 7 वर्ष तक प्रशिक्षण के बावजूद अन्य स्वास्थ्य विभाग के अन्य कैडर के स्वास्थ्य कर्मचारियों जो 6 माह ,एक वर्ष दो वर्ष के प्रशिक्षण वाले कर्मचारियों के बराबर ग्रेडपे वेतनमान दिया जा रहा है जो बहुत कम है।
इसके बावजूद छत्तीसगढ़ में कार्यरत स्टाफ नर्स का विसंगति पूर्ण वेतनमान में सुधार करवाने के लिए स्टाफ नर्सेस कई वर्षों से उच्चाधिकारियों से आवेदन निवेदन तथा पत्राचार कर रहें हैं लेकिन उनकी समस्याओं को सुनने वाला कोई नहीं।पूर्व सरकार के समक्ष आंदोलन कर गुहार लगाए थे किंतु आंदोलन को हर बार दंडात्मक कार्यवाही कर दबा दिया गया। अब स्टाफ नर्स ने पहली बार छत्तीसगढ़ के माटी पुत्र यशस्वी मुख्यमंत्री जो पहले आदिवासी मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ में बने हैं उनसे गुहार लगाई हैं और प्रांतीय सचिव उमावती ने कहा कि इस बार हमें पूर्ण भरोसा है कि हमारे मांगों को जरूर सुना जाएगा छत्तीसगढ़ प्रदेश में ज्यादातर महिलाएं स्टाफ नर्स है।
छत्तीसगढ़ के शासन प्रशासन से मांग करते हैं की स्टाफ नर्स की मांगों को गंभीरता पूर्वक विचार करते हुए नर्सेस का पदनाम परिवर्तन करते हुवे नर्सिंग आफिसर किया जाए मुख्यमंत्री से मिलने के दौरान उपस्थित पदाधिकारियों में प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती सुमन शर्मा प्रांतीय सचिव एम उमावती ,प्रांतीय संयुक्त सचिव सविता सिंह,प्रांतीय संयुक्त सचिव सुमन शार्दुल ,संभाग सचिव बस्तर लक्ष्मी समरथ,घनश्याम बंजारे संभाग अध्यक्ष रायपुर,संभाग अध्यक्ष बस्तर डीलेश्वरी ठाकुर ,संभाग उपाध्यक्ष रायपुर तृप्ति साहू,ब्लॉक अध्यक्ष चारामा गीता नाग,जिला दंतेवाड़ा से आरती सिंहा,जिला कांकेर के पदाधिकारियों में आरती नेवला,सुनीता राव,उपस्थित थे।