‘सामाजिक सत्ता के परिवर्तन में जुटे समाजजन’ मनोज जायसवाल संपादक सशक्त हस्ताक्षर छ.ग.
(मनोज जायसवाल)
समाज में प्रतिनिधित्व का अवसर नये लोगों को मिले। जिन्हें समाजजनों ने सामाजिक सत्ता पर पहले ही बिठाया जिसके चलते ही वो अनुभवी बने। लेकिन कटू सत्य कि सामाजिक सत्ता सम्हालने से पूर्व वो भी ऐसे ही थे। कोई अनुभवी ऐसे ही नहीं होता,उन्हें अवसर चाहिए होता है। यह अवसर सभी को मिलना चाहिए।
सामाजिक सत्ता परिवर्तन लोगों की सोच
किसी भी समाजपुत्र जिन्हें समाज का प्रतिनिधत्व करने का अवसर नहीं मिला है ऐसे पुत्र को सामाजिक सत्ता में बिठा कर पूर्व सत्ता का परिवर्तन को लेकर इस बार डंडसेना कलार समाज में लोगों का विचार सामने आया है। यह विचार सामाजिक सत्ता के लिए चुनाव मैदान में खड़े प्रत्याशियों का नहीं अपितु समाज के बीच से ही पनपा है। इन्ही विचारों के तारतम्य हर क्षेत्र में जागरूक कहे जाने वाले चारामा विकासखंड जो कि कलार बाहुल्य क्षेत्र के नाम जाना जाता है, जहां के समाजजनों के प्रण से पूर्व सामाजिक सत्ताधीश रहे लोगों को मुंह की खानी पड़ रही है,उन्हें कई गावों में परिवर्तन का जवाब मिल रहा है। वे अपने पूरे टीम के साथ घूम नहीं पा रहे हैं,क्योंकि उनके ही टीम के सदस्य जो कि परिवर्तन टीम के साथ परिवर्तन के नाम पूरे जोशखरोश उत्साह से कार्य करते देखे जा सकते हैं। सामाजिक सत्ता में परिवर्तन न सिर्फ प्रत्याशियों के चलते अपितु स्वमेव लोगों में परिवर्तन के भारी लहर के चलते होने जा रही है।
जीत की ओर ,चारों प्रत्याशी
डंडसेना कलार समाज बस्तर क्षेत्र में बाहुल्यता के चलते और प्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव के चलते सभी लोगों का ध्यान इस ओर है। इस चुनावी एक टीम में अध्यक्ष पद पर चारामा जैसाकर्रा निवाासी पुरूषोत्तम गजेंद्र टेलीफोन छाप,उपाध्यक्ष पद के लिए बस्तर क्षेत्र के ईरागांव निवासी सुलेंद्र नेगी केला फल छाप, महामंत्री पद के लिए वरिष्ठ मंजे ईमानदार समाजसेवी बागोडार स्थायी निवासी सोनीलाल जैन तथा कोषाध्यक्ष पद के लिए कांकेर जिला मुख्यालय से सटे कोकपुर निवासी देवकुमार जैन कप प्लेट छाप के साथ मैदान में हैं,सहज,सरल,मिलनसार इस प्रत्याशियों को समाज के लोग सर आंखों पर ले रहे हैं।
लोग स्वयं प्रचार में जुटे
वैसे तो पूरे बस्तर संभाग में इस टीम को बेहतर प्रतिसाद स्नेह मिल रहा है। उल्लेखनीय बात यह कि इन चारों प्रत्याशियों की भारी मतों से जीत को लेकर स्वयं समाज के लोग अपनी जागरूकता चुनावी प्रचार-प्रसार में खुल कर आगे आकर अथक परिश्रम करते प्रत्येक गावों से लीड दिलाने दौरा कर रहे हैं।
जीत के प्रश्न पर लोगों का कहना है कि जीत तो परिवर्तन टीम का ही होना है, पर लगातार हर गावों में सभा लेकर स्वमेव अपनी जागरूकता से लोग खुद ही सभा आयोजित कर भारी लीड दिलाने को लेकर कार्य कर रहे हैं। लोगों का पूर्व पदाधिकारियों पर कोई आरोप प्रत्यारोप भी नहीं लगाया जा रहा बल्कि इतना कहा जा रहा है कि परिवर्तन जरूरी है,सबको समाजसेवा के लिए अवसर मिलना चाहिए।
जागरूक है,टीम
परिवर्तन टीम काफी जागरूक और सशक्त है। उन्हें किसी भी तरह किसी भी शब्दों से इनकी एकता को खंडित नहीं किया जा सकता। इन्हें पता है कि चाहे इनके विरोधी भी क्यों न हो इन्हें अपने हित के लिए इनके जीत के लिए जीत तुम्हारी हो रही है के नाम या अन्य किसी शब्दों से भी कुटनीति भी रची जा सकती है। लेकिन इन प्रत्याशियों का मानना है कि उन्हें ऐसे किसी सस्ती लोकप्रियता की बातों से लेना देना नहीं है,उनके साथ आमरूप से समाजजन है,जिनके आशीर्वाद से वे सामाजिक सत्ता में आ रहे हैं। समाजजनों का आर्शीवाद आने वाले चुनाव में मतदान से सभी को पता चलेगा।