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‘खपरीपुरी धाम’ में पुस्तकों का विमोचन एवं कवि-सम्मेलन सम्पन्न

# 52 साहित्यकारों को ‘कलमकार साहित्य शिखर सम्मान-2023’ सम्मानपत्र, मेडल और पुस्तकें प्रदान की गईं।

रायपुर (सशक्त हस्ताक्षर) छत्तीसगढ़ प्रदेश के राजधानी रायपुर के जनपद पंचायत आरंग अन्तर्गत भैसा ग्राम के निकट खपरीपुरी धाम में 17 सितम्बर 2023 को छत्तीसगढ़ कलमकार मंच के तत्वावधान में पुस्तकों का विमोचन एवं भव्य कवि सम्मेलन असीम हर्षोल्लास के साथ सम्पन्न हुआ। बारिश की वजह से नदी-नाले उफान पर होने के बावजूद साहित्यकारों की विशाल संख्या में गरिमामयी उपस्थिति से शांतिपूर्ण एवं सुव्यवस्थित कार्यक्रम सफलता के शिखर को स्पर्श कर गया।

अखण्ड सतनाम ज्योति का दर्शन
सर्व प्रथम सन्त शिरोमणि गुरु घासीदास के विशाल मन्दिर का भ्रमण कर गुरुगद्दी में माथा टेककर अखण्ड सतनाम ज्योति का दर्शन लाभ प्राप्त कर गुरु गद्दीनशीन श्री मुक्तिदास साहेब से साक्षात्कार कर शुभकामनाएँ प्राप्त की गई।

मन्दिर के सामने स्थित धर्मशाला में कार्यक्रम की शुरुआत गुरु घासीदास बाबा की तैल चित्र पर माल्यार्पण, दीप प्रज्ज्वलन एवं श्रीफल तोड़कर की गई। इस दौरान गुरु वन्दना सस्वर प्रस्तुत किये गए। ततपश्चात सभी कलमकारों का माल्यार्पण एवं गुलदस्ता भेंटकर सम्मान किया गया। पश्चात उपस्थित सभी लोग अपने-अपने स्थान पर खड़े होकर सम्मानपूर्वक भारतीय संविधान की प्रस्तावना का वाचन किये। कार्यक्रम का संचालन कर रहे जुगेश बंजारे धीरज द्वारा वाचन कराया गया।

4 पुस्तकों का विमोचन
कार्यक्रम को गति प्रदान करते हुए डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति की 4 पुस्तकों का लोकार्पण वरिष्ठ साहित्यकारों, ग्राम पंचायत सरपंच, वरिष्ठ नागरिकों एवं ग्रामवासियों की उपस्थिति में करतल ध्वनि के बीच सम्पन्न हुआ। इन पुस्तकों में 1. यादों की शमा (राष्ट्रीय साझा काव्य -संग्रह), 2. अहसास के रंग (काव्य-संग्रह), 3. रहम के रोटी (छत्तीसगढ़ी कहानी-संग्रह) एवं 4. स्पन्दन (काव्य-संग्रह) शामिल हैं।

यहां की मिट्टी शक्ति प्रदान करती है–डॉ. टण्डन
कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए छत्तीसगढ़ कलमकार मंच के संस्थापक एवं अध्यक्ष डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति ने कहा कि सतनाम धामों की यात्रा, गुरुजी से आशीष प्राप्ति और यहाँ की पावन माटी हमें शक्ति प्रदान करती है। नमन् सतनाम धाम यात्रा एक अनूठा आयोजन है, क्योंकि मेजबान और मेहमान दोनों हम ही होते हैं। अब तक सभी धामों में ग्रामवासी, पुजारी इत्यादि सभी लोग कहते हैं कि ऐसा आयोजन पहली बार हुआ है। कलमकारों की गरिमामयी उपस्थिति और उत्साह हमें प्रेरणा प्रदान करता है तथा यह बताता है कि छत्तीसगढ़ कलमकार मंच सही दिशा में बढ़ रहा है।

कार्यक्रम के दौरान 52 साहित्यकारों को ‘कलमकार साहित्य शिखर सम्मान-2023‘ सम्मानपत्र, मेडल और पुस्तकें प्रदान की गईं। मोहन षत्ऋषु द्वारा रचित सतनाम आरती का विमोचन भी किया गया। छ.ग. कलमकार मंच के संरक्षक डॉ. गोवर्धन मार्शल ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमारा यह आयोजन सद्भावना बढ़ाता है। दिन-प्रति-दिन कलमकार मंच से काफी संख्या में लोग जुड़ते जा रहे हैं। आज यह मंच देश और प्रदेश में जन-जन के बीच जाना-पहचाना नाम बन गया है। राष्ट्रीय सेवा रत्न सम्मान प्राप्त होना भी इस बात की साक्षी है।

कवि सम्मेलन
इसके बाद कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ। कविता और गीतों की स्वर लहरियाँ सुनकर दर्शक और स्रोता गणों ने ताली बजा-बजा कर खूब आनन्द लिए। कवि सम्मेलन में बिलासपुर, रायपुर, बेमेतरा, बलौदाबाजार, जांजगीर, कोरबा, मुंगेली, धमतरी, बालोद, उत्तर बस्तर कांकेर इत्यादि जिलों से बड़ी संख्या में जाने माने कवियों एवं साहित्यकारों ने शिरकत की और अपनी मनभावन कविताओं से समा बांधा। इसमें जुगेश बंजारे धीरज, मणिशंकर दिवाकर गदगद, डॉ. श्यामा कुर्रे, श्रीमती कौशिल्या खुराना, मोहन षत्ऋषु, देव मानिकपुरी, सशक्त हस्ताक्षर के प्रधान सम्पादक मनोज जायसवाल,  डॉ. राखी कोर्राम  सुरजीत क्रान्ति, कार्तिक पुराण, बूँदराम जांगड़े, गणेश महंत, अशोक बंजारे, चैतराम टण्डन, प्रीतलाल कुर्रे, रमेश रसिय्यार, खेमचंद कुर्रे, हिराऊ जांगड़े, भाई राजा स्वामी, सुरेश इन्द्र, मुसाफिर चेलक, लोक गायिका संगीता मानिकपुरी, चतुर सिंह चंचल, अश्वनी डायमण्ड, देवचरण मिले सतनामी, देवेन्द्र कुमार मल्होत्रा, दुख भंजन जायसवाल, सुरेश बंजारे, ग्राम पंचायत सरपंच अशोक कुमार वर्मा, इत्यादि उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम को सर्वत्र सराहना मिली। ग्रामवासी बच्चे, बूढ़े, जवान एवं नारी शक्ति बड़ी संख्या में उपस्थित रहकर कार्यक्रम का भरपूर आनन्द लिए।

कार्यक्रम के दौरान गुरु गद्दीनशीन मुक्तिदास साहेब द्वारा गुरुद्वारे में भोजन की व्यवस्था की गई थी। कार्यक्रम का सुन्दर संयोजन ग्राम पंचायत के सहयोग से भाई स्वामी राजा एवं उनकी टीम द्वारा किया गया। उपस्थित साहित्यकारों एवं गण नागरिकों को डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति द्वारा रचित पुस्तकों का निःशुल्क वितरण किया गया। कार्यक्रम का शानदार संचालन गायक-कवि जुगेश कुमार बंजारे धीरज द्वारा किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रीतलाल कुर्रे, खेमचंद कुर्रे एवं साथियों तथा ग्रामवासियों का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा।

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