’मीराआर्ची चौहान राज्य शिक्षक सम्मान स्मृति पुरस्कार 2022 से राज्यपाल के द्वारा सम्मानित’
(मनोज जायसवाल)
रायपुर(सशक्त हस्ताक्षर)। बस्तर प्रवेश द्वार कांकेर की शिक्षिका को शिक्षिका दिवस 5 सितंबर को पर रायपुर छत्तीसगढ़ में आयोजित गरिमामयी आयोजन में छत्तीसगढ़ की राज्यपाल सुश्री अनुसुइया उयके द्वारा श्री गजानन माधव मुक्तिबोध पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। इसके फलस्वरूप इन्हें 50,000 का चेक,शाल,श्रीफल एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया है।
कांकेर जिले से यह पुरस्कार अपने नाम करने वाली पहली महिला शिक्षिका साहित्यकार है। इन्हें यह सम्मान विविध नवाचार और उल्लेखनीय कार्यों के लिए प्रदान किया गया है।
बता दें कि मीराआर्ची चौहान, जिला मुख्यालय कांकेर से सटे शा.उ.मा.वि. डुमाली में व्याख्याता के पद पर सेवा दे रही है। ये विगत 24 वर्षों से शैक्षणिक कार्य कर रही हैं। वे रसायन शास्त्र के अलावा हिन्दी ,अंग्रेजी और लोक प्रशासन में भी स्नातकोत्तर है।रसायन शास्त्र के अलावा हिन्दी,अंग्रेजी का भी अध्यापन कराती हैं। साथ ही सांस्कृतिक एवम् साहित्यिक गतिविधियों में अभिरुचि रखती हैं। विद्यालय के भौतिक संसाधनों के विकास में इनका आपका योगदान रहता है ।
गौरतलब कि इन्हें वर्ष 2019 में राज्यपाल महोदया द्वारा राज्य शिक्षक सम्मान से भी सम्मानित किया जा चुका है। मंच संचालन,विज्ञान मेला, कविता लेखन,नाटक एवं एकांकी के निर्देशन एवं मंचन में भी आपकी अभिरुचि है ,जिसका लाभ विद्यार्थियों एवं विद्यालय को मिलता रहता है।
मीरा अपने विज्ञान वाटिका में कबाड में जुगाड़ के तहत आवर्त सारणी का प्रदर्शन, प्रेरक कविता ,कहानी ,लघु कथा लेखन के कारण विद्यार्थियों के बीच काफी लोकप्रिय हैं ।इनकी एकल काव्य संग्रह ’अंशु’ व 10 साझा संकलन काफी प्रभावी है, इनके निर्देशन में काव्य की पगडंडियों से गुजरते हुए साझा संकलन प्रकाशित होने जा रहा है।हम आपके उज्जवल साहित्य यात्रा की मंगल कामना करते हैं ।
यहां के समाजसेवी शिक्षक अनुपम जोफर, अनिल कुमार मौर्य अनल,संतोष श्रीवास्तव,संजय मंसानी,रश्मि विपिन अग्निहोत्री, नलिनी बाजपेयी,गीता शर्मा,रानी शर्मा तथा कांकेर जिले के प्रमुख कलमकारों ने बधाई दी है।