बांका,बिहार(सशक्त हस्ताक्षर)। संत बिनोवा भावे अकादमी भीतिया में अकादमी के निदेशक सह प्राचार्य दीपक उपाध्याय के सौजन्य तथा अंगिका ग्राम- यात्रा के212 वीं कड़ी के संयोजक सरयुग सौम्य के प्रयास से, अंगिका एवं हिन्दी के कवियों को लेकर एक सफल आयोजन किया गया। इस अवसर पर सहभागी विद्वानों व कवियों का सम्मान शाल श्रीफल से किया गया ।
कार्यक्रम में उपस्थित वरिष्ठ साहित्यकारों एवं शिक्षाविदों द्वारा कवि सम्मेलन का शुभारंभ संयुक्त रुप से दीप- प्रज्वलन कर किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिहिसास, बांका के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ साहित्यकार डॉं.अचल भारती ने किया जबकि संचालन सरयुग सौम्य ने किया। अध्यक्षीय संभाषण में डॉं भारती ने कहा कि आदमी साहित्य से अलग नहीं रह सकता, साहित्य से अलग रहकर आदमी हमेशा अपनी पहचान खो देता है।
मौके पर मुख्य अतिथि शंकर दास विशिष्ट अतिथि रघुनन्दन शास्त्री, राजकिशोर उपाध्याय, राम पंडित, अशोक प्रियदर्शी व अनिल विकल थे। शिक्षाविदों की पाती में सूरज कुमार उपाध्याय, सुभाष दास, आशीष पंडित, अनिरूद्ध पंडित, सौरभ कुमार, मधु कुमारी, कल्पना देवी, निशि कुमारी आदि की उपस्थिति रही।
कवि- सम्मेलन का आगाज अनिल विकल की सरस्वती- वंदना से हुआद्य काव्य- पाठ की कड़ी मेंअशोक प्रियदर्शी, रामा नन्द पंडित, संजीव कुमार, बासुकी भगत, राजीव रंजन, टॉफी आनन्द, आदि ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। काव्यधारा को आशीष महासागर, सरयुग सौम्य, प्रकाश सेन प्रीतम, सोम कृष्ण, खुसी लाल मंजर, शंकर दास व डॉं. अचल भारती की रचनाओं से ऊंचाई मिली।
ग्रामीण क्षेत्र में इस प्रकार का कार्यक्रम छात्रों- छात्राओं एवं अभिभावकों के लिए कौतुहल से भरा रहा। कार्यक्रम की समाप्ति पर संस्थान के निदेशक दीपक उपाध्याय ने धन्यवाद ज्ञापित किया।