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एक साक्षात्कार- डॉ. किशन टंडन क्रांति से सशक्त हस्ताक्षर के संपादक मनोज जायसवाल द्वारा

@ डॉक्टर साहब, आपको साहित्य सृजन की प्रेरणा कहॉं से मिली?
डॉ. किशन- जहां तक साहित्य सृजन की प्रेरणा की बात है तो यह मेरे उर-अन्तस से प्रस्फुटित हुई है। शब्द मुझे खींचते हैं। मैं उससे आकर्षित होता हूं। स्कूल में मेरे सहपाठी गण और बाद में मित्रगण कहते रहे कि आपकी कलम में जादू है। उनके इन शब्दों ने भी मुझे अभिप्रेरणा दीं।

@ आपको बड़े-बड़े सम्मान प्राप्त हो चुके हैं। इसके बारे में क्या कहना चाहेंगे?
डॉ. किशन- मेरी हर उपलब्धि और मुझे प्राप्त सारे सम्मान और अलंकरण समाज को समर्पित है। मुझे राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय एवं वैश्विक स्तर के अनेक सम्मान प्राप्त होना साहित्य का सम्मान है। विश्व रिकार्ड में दुनिया के सर्वाधिक होनहार लेखक के रूप में नाम दर्ज होना और मुझ जैसा अत्यंत साधारण व्यक्ति यानी ‘कृषक-पुत्र’ को ग्लोबल ह्यूमन राइट्स फाउंडेशन द्वारा भारत के 100 महान व्यक्तित्व में शामिल करने से मैं अत्यंत अभिभूत हूं।

 

@ डॉक्टर साहब, एक प्रशासनिक अधिकारी होने के बावजूद इतनी प्रचुर मात्रा में आपके साहित्य सृजन के पीछे राज क्या है?
डॉ. किशन- वैसे ज्यादातर लोग अक्सर मुझसे यही सवाल करते हैं। सच तो यह है कि अगर इंसान के हृदय में जिद, जुनून और जज्बा हो तो वह कुछ भी कर सकता है।

 

@ क्या आपको कोई दुःख-तकलीफ नहीं होती?
डॉ. किशन- जहां तक बात दुःख-तकलीफ की है तो इसकी सरहद में सारा संसार है। जिंदा हैं तो कुछ दुःख-तकलीफ तो होगी ही, मरने के बाद तो जलने का भी एहसास नहीं होता।

 

@ साहित्य सृजन के बारे में आपके क्या विचार हैं?
डॉ. किशन- साहित्य सृजन से असीम आनंद प्राप्त होता है, जिसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। सृजेता के हृदय में संपूर्ण ब्रह्मांड का वास होता है। वह ब्रह्मांड से भी आगे की बात सोचता है। मैं जब भी कलम उठाता हूं तो लगता है मानो अपनी कोई अदृश्य प्रेमिका के लिए ये सब लिख रहा हूँ। आप “कवि का हृदय” शीर्षक से लिखी गई मेरी कविता पढ़कर देखिएगा।

 

@ आप एक हरफनमौला साहित्य लेखक हैं, यानी गद्य और पद्य की प्रायः सभी प्रमुख विधाओं में सृजन करते हैं। अब तक आपकी कितनी पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं?
डॉ. किशन- अब तक मेरी कुल 38 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। इसमें 9 कहानी संग्रह, 6 लघुकथा संग्रह, 2 उपन्यास, 15 काव्य संग्रह, 2 बाल कविता संग्रह, 2 हास्य व्यंग्य संग्रह और 2 गजल संग्रह शामिल हैं। इसके अलावा 8 साझा काव्य संग्रह भी प्रकाशित हो चुके हैं। साथ ही साथ अनेक कवियों की पुस्तकों की समीक्षा लिखने के अलावा साझा संकलनों का भी निरंतर संपादन करते आ रहा हूं। अभी मेरी 3 पुस्तकें प्रकाशनाधीन हैं, जबकि लगभग डेढ़ दर्जन पुस्तकों के लिए मेरे पास लिखी और टाइप की हुई पांडुलिपियां भी सुरक्षित रखी हुई हैं।

 

@ डॉक्टर साहब, आप छत्तीसगढ़ कलमकार मंच के संस्थापक होने के साथ ही प्रदेशाध्यक्ष भी हैं। इसका सृजन पथ पर क्या रोल है?
डॉ. किशन- “छत्तीसगढ़ कलमकार मंच” छत्तीसगढ़ शासन से पंजीकृत लाभ निरपेक्ष समिति है, जो कलमकारों को एक मंच प्रदान करता है। स्थापना के सिर्फ 8 माह में ही मंच के तत्वावधान में 17 पुस्तकों का विमोचन, 6 साझा काव्य संकलनों का प्रकाशन और 7 स्थानों पर कवि सम्मेलनों का सफल आयोजन संपन्न हो चुका है। इसके अलावा 297 कलमकारों को उनकी रचनाओं के लिए अनेक प्रकार के सम्मान प्रदान किए जा चुके हैं। हमारा यह कार्य आगे भी निरंतर जारी रहेगा।

 

@ आप अपने प्रशंसकों और नवोदित कलमकारों को क्या संदेश देना चाहेंगे?
डॉ. किशन- साहित्य और कला ईश-प्राप्ति का सर्वोत्तम माध्यम है। यह सद्कर्मों के लिए प्रेरित करता है और मानव को महामानव बनाता है। जिसके पास जो भी खासियत है, उसे जरूर निखारें। कलमकार साहित्य-सृजन में नवीनता लाएं। इसके लिए तर्क और विज्ञान पर लेखनी चलाएं। यही आपको अद्वितीय बनाएगी। लेखनी का लाभ गांव, गरीब, मजदूर, किसान, दस्तकार सबको मिले। वह समाज को झकझोर कर जगाए और सद्कर्म के मार्ग पर चलना सिखाए। यह ध्यान रखें कि लेखनी मौलिक हों।
सफलता के लिए मेरा एक सूत्र है- ‘संसस’ यानी संकल्प, समर्पण और समय नियोजन। मेरा मानना है कि इससे हर लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।

# डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति की क्रमवार प्रकाशित पुस्तकें #

क्रम प्रकाशित कृति विधा कुल पृष्ठ संख्या
01. तस्वीर बदल रही है काव्य संग्रह 129

02. माटी का दीया काव्य संग्रह 144

03. आधी दुनिया काव्य संग्रह 152

04. मुस्कान का दर्द हास्य व्यंग्य संग्रह 128

05. आईना ग़ज़ल संग्रह 120

06. पंखों वाला घोड़ा बाल कविता संग्रह 144

07. सतरंगी बस्तर काव्य संग्रह 128

08. मन की आँखें लघुकथा संग्रह 168

09. चुटकी भर सिन्दूर कहानी संग्रह 120

10. अदा उपन्यास 100

11. दुर्दशा उपन्यास 100

12. उड़ रहा गॉंव काव्य संग्रह 159

13. पत्थर के फूल काव्य संग्रह 128

14. बेहतर दुनिया के लिए काव्य संग्रह 107

15. मेला कहानी संग्रह 123

16. मृगतृष्णा लघुकथा संग्रह 192

17. जमीं के सितारे कहानी संग्रह 139

18. चुल्लू भर पानी हास्य व्यंग्य संग्रह 136

19. बराबरी का सफर काव्य संग्रह 136

20. सौदा कहानी संग्रह 136

21. सबक लघुकथा संग्रह 148

22. परछाई के रंग काव्य संग्रह 133

23. तइहा ल बइहा लेगे छ.ग.कविता संग्रह 106

24. नवा रद्दा छ.ग.कविता संग्रह 112

25. पूनम का चाँद कहानी संग्रह 129

26. रंग-बिरंगी पेंसिलें बाल कविता संग्रह 136

27. ग्राम्य-पथ कहानी संग्रह 160

28. दस्तक लघुकथा संग्रह 160

29. मुट्ठी भर तिनके काव्य संग्रह 112

30. उजाले की ओर कहानी संग्रह 160

31. छ.ग. पर्यटन महिमा काव्य संग्रह 160

32. माटी के रंग काव्य संग्रह 120

33. पनघट काव्य संग्रह 123

34. ककहरा लघुकथा संग्रह 122

35. नवा बिहनिया छ.ग.कहानी संग्रह 141

36. सवनाही छ.ग.कहानी संग्रह 128

37. मेरे अल्फ़ाज़ ग़ज़ल संग्रह 119

38. दस्तूर लघुकथा संग्रह 125

39. देवी या दासी? काव्य संग्रह प्रकाशनाधीन

40. अमरबेल काव्य संग्रह प्रकाशनाधीन

41. मुक्तिपथ काव्य संग्रह प्रकाशनाधीन

साझा संकलन

1. सतनाम हमर पहिचान छ.ग.काव्य संग्रह 194

2. माटी मोर मितान छ.ग. काव्य संग्रह 220

3. माँ हिन्दी काव्य संग्रह 212

4. मेरी कलम से हिन्दी काव्य संग्रह 238

5. अग्निपथ के राही हिन्दी काव्य संग्रह 164

6. सरगम के मेले हिन्दी काव्य संग्रह 212

 

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