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कांकेर की साहित्य हस्ती डॉ. राखी कोर्राम लिखित गुड़िया 3 का बैंगलोर में विमोचन

(मनोज जायसवाल)
-नर्सिंग सेवारत होने के साथ ही साहित्य क्षेत्र में नया मुकाम बनाते हुए दूसरों के लिए
प्रेरणा बनी है। आज दर्जनों राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार उनके नाम दर्ज है।

कांकेर(सशक्त हस्ताक्षर)। जिले की साहित्यकार राखी कोर्राम की कृति काव्य संग्रह गुड़िया 3 का गत दिनों देश के आईटी सिटी बैंगलोर के मंच पर पूरे हर्षाेल्लास माहौल में विमोचन किया गया। इससे पूर्व वर्ष 2021 में गुड़िया 1 तथा मई 2022 में मुंबई में गुड़िया 2 का विमोचन किया गया था। यह तीनों संकलन समता साहित्य अकादमी द्वारा प्रकाशन किया गया है। विमोचन समारोह में साहित्यकार डॉ राखी कोर्राम को केलिफोर्निया पब्लिक युनिवर्सिटी(युनाईटेड स्टेट आफ अमेरिका) से डाक्टर आफ लिटरेचर इन सोशल साईंस की उपाधि भी समता साहित्य अकादमी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ डी.एस. तांडेकर तथा देश के अन्य साहित्य हस्तियों की उपस्थिति में अलंकृत किया गया है।

बताते चलें कि राखी कोर्राम को सतगुरू कबीर आश्रम नागौर द्वारा 5 फरवरी 2023 को दिल्ली में कबीर सम्मान(नर्सिंग सेवा) के लिए भी सम्मानित किये जाने के लिए चयन किया गया है।

 

राखी कोर्राम बचपने से प्रतिभाशाली रही। शिक्षा के साथ साहित्य में उनकी अभिरूचि रही जिसे उन्होंने कोरे कागज पर उकेरना प्रारंभ किया। घरों में बच्चियों को गुडिया के नाम संबोधित किया जाता है,इसी तरह इन्हें भी आज भी गुडिया के नाम संबोधित किया जाता है। इसी के अनुरूप इन्होंने भी विचार किया कि उनके लिखित काव्य संग्रहों को गुड़िया के नाम क्रमानुसार जीवन में बढ़ते हुए संकलित करेंगे। साहित्य जगत में गुड़िया 1 एवं 2 के बेहतर प्रतिसाद मिलने से हौंसला बुलंद रही और कुछ अलग करने की सोच के चलते देश के अलग-अलग शहरों में विमोचन करना चाहा।

 

शिक्षाकाल से स्वास्थ्य सेवाओं की चाहत इन्हें नर्सिंग सेवा की ओर खींच लायी और कांकेर जिले के नरहरपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्टाफ नर्स के पद पर सेवारत हैं। अपनी जिम्मेदारी से निवृत्त होने के बाद जब भी समय मिलता है वे साहित्य लेखन करती है। इनके पिता बलीराम मरकाम जो शिक्षक थे साथ ही घर में अन्य भाई बहन जो शासकीय सेवारत हैं का अपार सहयोग मिला जिसके चलते वे आज इस मुकाम पर आकर न कांकेर जिले अपितु साहित्य क्षेत्र में देश में नाम रौशन कर रही है। पोस्ट बीएससी नर्सिंग की शिक्षा एवं सरकारी सेवा के

 

साथ ही साहित्य क्षेत्र में दलित साहित्य अकादमी द्वारा छत्तीसगढ़ वीरांगना अवंति बाई लोधी पुरस्कार, समता साहित्य अकादमी यवतमाल द्वारा क्रांति ज्योति सावित्री बाई फुले राष्ट्रीय पुरस्कार। संत माता कर्मा महिला सशक्तिकरण नागपुर द्वारा कर्तव्य दक्ष नारी शक्ति पुरस्कार के साथ ही दर्जनों पुरस्कार अपने नाम दर्ज करायी है। उनके इस उपलब्धि पर स्वास्थ्य स्टाफ,परिवार जन तथा सर्जना साहित्य मंच की मीरा आर्ची चौहान, श्रीमती गीता शर्मा, रश्मि विपिन अग्निहोत्री, नलिनी बाजपेयी तथा संतोष श्रीवास्तव,मनोज जायसवाल, अनिल कुमार मौर्य अनल, अनुपम जोफर, डॉ. विजय तिवारी कांकेर विधायक शिशुपाल शोरी भानुप्रतापपुर विधायक सावित्री मनोज मंडावी ने भी बधाई दी है।

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