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प्रथम दूध से बनते हैं ये ‘पेउंस’ श्री मनोज जायसवाल,संपादक सशक्त हस्ताक्षर छत्तीसगढ़

वैसे तो गाय के दूध से कई खाद्य चीजें बनायी जाती है,लेकिन पेउंस प्रथमतया है। अन्य प्रदेशों में इसे अलग नाम से जाना जाता हो। गाय जब बछड़े को जन्म देती है,तब के बाद आने वाला दूध काफी गाढ़ा होता है।

बछड़े को कुछ दूध पिलाने के बाद लोग अपने लिए दूध निकालते हैं,यह दूध गाढ़ा होने के चलते अन्य काम नहीं आता।

आता है तो पेउंस बनाने के काम जो यह प्राडक्ट तीन दिनों तक ही बनाया जा सकता है,बाकी सात दिनों के बाद दूध पतला आने लगता है। पेउंस का स्वाद अद्वितीय है।

 

इसके आगे सभी मिठाइयां फीकी है। भले ही ऐसे मिलती जुलती कई मिठाईयों का निर्माण किया जा रहा है,पर जिसने भी इसे खाया हो वही जान सकता है। जब दुनियां में मांसाहार चरम पर है,मांस में तमाम विटामिन,प्रोटीन से लेकर अन्य चीजें पाए जाने के फायदे बताये जा रहे हैं,वहीं शायद उन्हें यह नहीं पता कि मांसाहार से विलग दूध से बनाये गये इस प्राडक्ट में तो सारी चीजें विद्वमान है।

 

दूध से बनायी गयी दही,छाछ,पनीर,खोवे और शुद्व खोवे से बनी मिठाइयों के तो क्या कहने। गौ-माता की सेवा उन पर बातें तो बड़ी-बड़ी होती है,पर सड़कों में घुमने वाली गायों पर समुचित व्यवस्था का अभाव आज भी दिखायी दे रहा है। छत्तीसगढ़ में गौठान के नाम पर व्यवस्था सुधारने का प्रयास तो किया गया है,बावजूद इसके सड़कों को देखा जाय तो व्यवस्था हांफती नजर आती है।

 

शराब की दुकानों पर किस कदर भीड़ लगी होती है,बताने की जरूरत नहीं है। शराब पीने वालों की बहुतायत है,जिन्हें शराब आसानी से पचता है,पर जब बात दूध पर आती है तो उनका कहना होता है कि वह नहीं पचता। कई ऐसे प्राडक्ट बाजार में है,जो दूध ही नहीं है,लेकिन लोग आर्टिफिशियल ऐसे प्रॉडक्ट को दूध मानकर उपयोग में ला रहे हैं।

 

घर में स्वयं अल्प दर पर खोवा तैयार किया जा सकता है,लेकिन सस्ता मिलने के नाम पर बाजार से नकली खोवा घर लाकर प्रयोग कर रहे हैं,ऐसा ही हाल दही का भी है। घर में दूध से दही,खोवा,पनीर जिसके निर्माण की प्रक्रिया कोई जटिल नहीं है,बना कर खाकर देखें तब बतायें वो लोग जो खुद मांसाहार है और जो मांसाहार नहीं है उन्हें पिछड़ा समझते हैं। इनकी नजर में जो शराब सेवन,मांसाहार करता है वो आधुनिकता की परिधि में आता है। चलो! जिसकी जैसी सोच। पर आज हमारा पावन त्यौहार है। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी…..जरूर अमृतमय दूध का सेवन करें।

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