साई बाबा के प्रिय भक्तों में एक थे महात्सापति जी हां महात्सापति के पुत्र थे श्री मारतंड जी, जिसे आप शिरडी के साई बाबा की गोदी में आप देख रहे हैं। अब मारतंड जी के पुत्र मनोहर मार्तंड नागरे जी यानि कि महात्सापति के नाती जो कि मेरे साथ बैठे आप देख रहे हैं, यह ही शिरडी के खंडोबा मंदिर के पुजारी है। बता दें कि शिरडी के साई बाबा पहली बार शिरडी में इसी खंडोबा मंदिर में आए थे।
कई लोग शिरडी तो दर्शन को जाते हैं पर यहां नहीं। जो जानकार हैं वे बिल्कुल इसके दर्शन को जाते हैं यह बस स्टैंड से लगा है। मुझसे मुखातिब होते श्री मनोहर मार्तंड नागरे ने तब सिने कला जगत में बनी महान फिल्म शिरडी के साई बाबा जिसमें मनोजकुमार,हेमामालिनी,शत्रुघन सिन्हा ने जीवंत किरदार निभाया था की शुटिंग तथा दूरदर्शन पर तथा अब कई चैनलों पर प्रसारित रामानंद सागर की शिरडी के साई बाबा जो काफी प्रसिद्व रही आज भी कई बार पुर्नप्रसारित हो चुका है।
संबंध में शुटिंग विषयाें पर सारी बातों से अवगत कराया। श्री मनोहर मार्तंड नागरे जी ने इसके बाद और मिलना चाहा पर समय नहीं मिला। यही नहीं मैंने भी शिरडी जाकर न मंदिर अपितु जो अतीत में तब गांव रहे शिरडी के संबंध में जानने की इच्छा रखते कई चीजों पर गया। आज की तिथी में तो गांव का कुछ भी स्वरूप नहीं है शिरडी में। हर तरफ शहरीकरण हुआ है।
साई राम भले ही मैं छोटी जगह से संबंध रखता हूं पर मैंने हमेशा लेखन में अपने को छोटा नहीं समझा सोच बड़ा रखा और मैं हमेशा उन गुढ़ एवं उन विषयों पर कलम चलाता रहा। शिरडी के इस व्यस्ततम जगह पर मेरी सरलता,सहजता को देखकर ही शायद श्री मनोहर मार्तंड जी ने मुझे तब 2 घंटे तक का वक्त मेरे द्वारा लिये जाने वाले इंटरव्यु के लिए दिया था। नहीं तो मेरे जैसे अदद आदमी को कौन इतना समय देता।मेरा दूसरा चित्र खुद महात्सापति के निवास का है,जहां आप देख रहे हैं कि महात्सापति की नतनीन माताजी के साथ आपके मनोज जायसवाल जी दिखायी दे रहे हैं।इनके यहां साई बाबा जी के भौतिक रूप से जाने के बाद आज भी निरंतर ज्योति जल रही है। साई मंदिर से कुछ दूरी पर इनका निवास है।