औद्योगिक क्षेत्र विकास से जिले में नया पहचान बना लखनपुरी
(मनोज जायसवाल)
-जिला मुख्यालय कांकेर एवं चारामा के मध्य स्थित लखनपुरी विकास का नया अध्याय गढ़ रहा है। जिला मुख्यालय कांकेर से चारामा तक राजमार्ग 30 में कई संस्थानों की स्थापना एवं अन्य निर्माण से भविष्य में और भी जुड़ाव होने से यह कांकेर का पहचान बनने आतुर है।
– औद्योगिक क्षेत्र में आवश्यकतानुरूप सब स्टेशन स्थापित हो ताकि लौ-वोल्टेज सहित विद्युत के फ्रक्चुएशन का सामना लोगों को करना न पड़े। बस्तर की लाईफ लाईन इस हाईवे को फोरलेन के रूप में और चौड़ीकरण की मांग समय-समय पर सदन में उठती रही है,वक्त का तकाजा है कि कार्य जल्द हो।
कांकेर (सशक्त हस्ताक्षर)। सड़क चौड़ीकरण के साथ ही भविष्य में अपने व्यावसायिक के साथ आवासीय आवश्यकताएं एक साथ पूर्ति हो यह बात साम्य रखते राष्ट्रीय राजमार्ग 30 लोगों की प्राथमिकता में सबसे पहले है। कांकेर जिला मुख्यालय से सटे नगरों तक मकानें बनाये जाने का अंतहीन दौड़ जारी है। जिनके बजट में राजमार्ग किनारे की जमीनें नहीं है,वे मजबुरीवश ना चाहते हुए भी अन्यत्र बना कर भविष्य में आजीविका का क्षेत्र बदलते तय कर रहे हैं।
जिला मुख्यालय में पूर्व की अपेक्षा वैसे भी आम मध्यमवर्गीय के लिए पसंदीदा स्पाट में जमीन की उपलब्धता न के बराबर है। लखनपुरी जो कि जिला मुख्यालय कांकेर एवं चारामा के बीच बसा ग्राम पंचायत है,लेकिन यहां औद्योगिक क्षेत्र अधोसंरचना विकास के बाद कुछ इकाईयों के प्रारंभ होने साथ ही प्रस्तावित मेडिकल कालेज के चलते यहां जमीनों की कीमतें भी काफी बढ़ी है।
हद तो यह है कि लखनपुरी से सटे तेलगरा जहां मेडिकल कालेज बनने वाली है,वहां एक तरह से राजमार्ग के किनारे व्यावसायिक जमीनों की तरह महत्ता हो गई है।
सबसे प्रमुख बात कि यहां खोजे जमीन नहीं मिल रहे हैं,जब कोई बेचने वाला ही नहीं है तो कोई खरीदे कैसे? अब चूंकि तेलगरा से लखनपुरी तक पेट्रोल पंप, गैस एजेंसी एवं कई व्यावसायिक प्रतिष्ठान लगातार खुल जाने से अब स्कोप लखनपुरी से चारामा मार्ग की तरफ जा रहा है,लेकिन आज हालात इतना है कि बिकाऊ जमीन न के बराबर होता जा रहा है। भविष्य में राजमार्ग के और चौड़ीकरण होकर फोरलेन होने के विचारों को लेते इसके साथ ही सड़कों में दौड़ने वाली वाहनों के वाईब्रेशन को देखते हुए मकान का निर्माण कर रहे हैं।
इसके साथ ही औद्योगिक क्षेत्र एवं अन्य विकास को देखते हुए व्यावसायिक रूप से लोग प्लानिंग कर रहे हैं। सड़क मार्ग क्षेत्र में पेयजल स्तर भी ठीकठाक है। राष्ट्रीय राजमार्ग 30 लखनपुरी में शासकीय मार्केट वैल्यु भी आगे पीछे के गावों से ज्यादा है। लखनपुरी जहां मेडिकल कालेज प्रस्तावित है,उससे आगे एक किमी पर नाथियानवागांव में पालीटेक्निक कालेज स्थित है,यहां सीता वाटिका में में पर्यटकों की भीड़ होती है।
इधर बाबु कोहका में आईटीआई जो कि लखनपुरी से महज 3 किमी पर स्थित है,जहां बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इस क्षेत्र मेें भी अब लगातार कुछ और संस्थान के साथ आवासीय मकान व्यावसायिक काम्पलेक्स निर्माण के चलते अब ऐसा लग रहा है कि भविष्य में चारामा और लखनपुरी का जुड़ाव हो जाएगा।
हालांकि सड़क चौड़ीकरण के बाद लखनपुरी में वर्तमान में दुकानों में व्यावसायिक कामकाज में मंदी की छाया है,लेकिन आने वाला भविष्य लखनपुरी का है। निश्चित रूप से यहां पूर्व से की जा रही मांग उप-तहसील कार्यालय के साथ ही शासन स्तर पर पुलिस चौकी खोलने की दिशा में भी जल्द कदम उठाये जाएंगे ऐसा लोगों को लगता है। क्षेत्र के जंवतरा विद्युत सब स्टेशन की स्थापना एवं शुरू होने के बाद से विद्युत लौ-वोल्टेज से राहत मिली है।
आवश्यकता इस बात का है कि औद्योगिक क्षेत्र लखनपुरी में भी इसके क्षमतानुरूप विद्युत सब-स्टेशन बने ताकि गांव नगर इलाकों में इसका प्रभाव लौ वोल्टेज या फ्रक्चुएशन का सामना न करना पड़े। सदन में बस्तर आवाजाही का एकमात्र राजमार्ग 30 को पूरा फोरलेन किये जाने की मांग सदन में उठती उठायी जाती रही है,यह मांग जल्द पूरा हो ताकि आए दिन होने वाली घटनाओं पर विराम लग सके व राजधानी रायपुर तक अल्प समय में पहूंचा जा सके। इससे पूर्व लखनपुरी जैसे टर्निंग पाईंट जहां लगातार हादसे हो रहे हैं,उन्हें जल्द ठीक किये जाएं।
जहां शासन द्वारा भुमि अधिग्रहण कार्य किया जा चुका है। कई जमीन मालिकों के खातों में राशि भी डाली जा चुकी है।