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किशन सरोज को उनकी पुण्य तिथि पर याद किया

– आयोजन में कई साहित्यकारों ने भाग लिया।

बरेली (सशक्त हस्ताक्षर)। कवि गोष्ठी आयोजन समिति,बरेली के तत्वावधान में स्थानीय साहूकारा में गीतकार किशन सरोज की पुण्य तिथि पर काव्य संध्या का आयोजन किया गया। जिसमें कई स्थानीय साहित्यकारों ने भाग लिया।

 

कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था के अध्यक्ष रणधीर प्रसाद गौड़ धीर ने किया। मुख्य अतिथि विनय सागर जायसवाल एवं विशिष्ट अतिथि राम कृष्ण शर्मा रहे। माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन एवं वेद प्रकाश शर्मा अंगार की वाणी वंदना से कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।

 

संस्था के सचिव उपमेंद्र सक्सेना(अधिवक्ता) ने गीतकार किशन सरोज को उनकी पुण्य तिथि पर नमन करते हुए कहा कि एक कवि के रूप में वे हमारे सामने भाव और विचार की समग्रता के साथ उपस्थित होते हैं उन्हें उनके कालजयी गीतों के लिए सदैव याद किया जाता रहेगा।
वहीं हिमांशु श्रोत्रिय निष्पक्ष ने अपनी रचना इस प्रकार प्रस्तुत की
विषय वियोग श्रंगार था
कभी न लिक्खा ओज
राज कुँवर थे गीत के
श्री वर किशन सरोज

ये थे, उपस्थित

काव्य संध्या में कवियों ने किशन सरोज के प्रति श्रद्धा- सुमन अर्पित करते हुए काव्यांजलि दी।
कार्यक्रम में उपमेंद्र सक्सेना, हिमांशु श्रोत्रिय निष्पक्ष, डॉ राजेश शर्मा ककरेली,राम कुमार कोली,राम कुमार अफरोज, ज्ञान प्रकाश श्विभवश् उमेश अद्भुत, राज शुक्ल ग़जल राज,रामधनी निर्मल,,शबाब कासगंजबी, मुजम्मिल हुसैन, रजत कुमार रीतेश साहनी एवं रमेश रंजन आदि उपस्थित रहे।संचालन मनोज दीक्षित टिंकू ने किया।

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