कांकेर(सशक्त हस्ताक्षर)। शहीद महेंद्र कर्मा विश्विद्यालय बस्तर जगदलपुर से शिवकुमार बंजारे को उनके शोध प्रबंध संत साहित्य के विकास में छत्तीसगढ़ के साहित्यकारों का योगदान विषय पर उनकी थीसिस के परीक्षण/ मूल्यांकन के उपरांत पीएचडी हिंदी की उपाधि प्रदान की गई है। शिवकुमार बंजारे सहायक प्राध्यापक हिंदी ने अपना शोध प्रबंध शासकीय इन्द्रू केंवट कन्या महाविद्यालय कांकेर
के प्रोफेसर डॉ रामायण प्रसाद टण्डन शोध निर्देशक एवं चेयरमैन हिंदी के कुशल शोध निर्देशन में अपना शोध कार्य पूर्ण किया है।
विश्विद्यालय के पीएचडी अध्यादेश संख्या-45 की धारा-25 के तहत कार्यकारी परिषद का अनुसमर्थन के अधीन डॉक्टर ऑफ फिलोसॉफी की सिफारिश करते हुए उपाधि प्राप्त की है। शोधार्थी ने अपना शोध कार्य शोध केंद्र शा ई के कन्या महाविद्यालय कांकेर से पूरी तन्मयता के साथ किया है। इस अकादमिक कार्य मे उनको सफलता भी मिली है। इस शोध केंद्र से सात शोधार्थी अभी शोधरत है।
इनमे से अखिलेशकुमार त्रिपाठी और शिवकुमार बंजारे को पीएचडी अवॉर्ड हो चुका है। निकट भविष्य में शेष पांच शोधार्थियों को भी पीएचडी हिंदी की उपाधि मिलेगी। इनकी सफलता पर महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य प्रो,बी समुंद एवं शोध निर्देशक डॉ आर पी टण्डन ने तथा इस शोध केंद्र से शोध कार्य कर रहे समस्त शोधार्थियों ने खुशी व्यक्त करते हुए बधाई एवं शुभकामनाएं दी है।