– गर्भवती शिक्षिका ने आठवें महीने तक अरौद से लखनपुरी स्कूली से आवाजाही करते नौवें महीने तक कार से आवाजाही करते स्कूल अवकाश की घोषणा के दिन तक कर्तव्य में डटी रही। क्षेत्र में इनके कार्य के प्रति निष्ठा को लेकर हो रही है जमकर प्रशंसा।
(मनोज जायसवाल)
कांकेर(सशक्त हस्ताक्षर)।पिछले कोरोना काल के बाद बच्चों के शिक्षा स्तर में निरंतर गिरावट को देखते हुए उसे पटरी पर लाने चिंतित एक महिला शिक्षिका ने जी तोड़ मेहनत करते अपनी कर्तव्य निष्ठा में डटी रही। रसायन शास्त्र विषय का अध्यापन कराने वाली इस शिक्षिका का एक ही उद्वेश्य बन गया कि छात्रों में कठिन बना हुआ यह विषय सरल हो और बच्चे भविष्य में अच्छे अंकों से उत्तीर्ण होकर शिक्षा के क्षेत्र में नाम करें।

शिक्षिका जिन्होंने स्वयं अपने इस विषय को छात्रों से पहले अपने लिए चैलेंज माना और लगातार मेहनत करते आगे बढ़ती रही। आठ माह की गर्भवती होते हुए भी लखनपुरी से अरौद हायर सेकेण्डरी स्कूल तक स्कूटी से आवाजाही करते कभी क्लास नहीं छोड़ी। यही नहीं नौवें महीने जब आवाजाही में कुछ तकलीफ होने लगी तो इनके पति द्वारा कार और ड्रायवर की व्यवस्था करते हुए हाल में छुट्टी की घोषणा के दिन तक अपनी उपस्थिति दर्ज करायी। उदिता का कहना है कि यदि वे मेटरनिटी अवकाश लेती तो बच्चे उनके रसायन शास्त्र जैसे विषय में पिछड़ जाते जो जीवन में स्वयं के लिए असहनीय दर्द होता। वैसे भी रसायन शास्त्र के अन्य शिक्षक नहीं थे। उदिता शिक्षा जगत में सारे महिला शिक्षिकाओं के बीच प्रेरणास्पद बन गयी है। जहां आज पहले पहल छुट्टी ले लिया करते हैं,लेकिन इन्होंने छुट्टी लेना दूर अवकाश लेने का सोचा भी नहीं।
जी,हां उदिता भोयर जो इसी क्षेत्र के ग्राम बागडोंगरी की बेटी हैं। शिक्षा क्षेत्र में भिलाई के महिला महाविद्यालय से एमएससी केमेस्ट्री में करने के बाद वर्ग-01 में प्रथम नियुक्ति चारामा विकासखंड के ही अरौद में प्रथम नियुक्ति हुई।

बचपने से प्रतिभाशाली रही उदिता की शादी 26 फरवरी 2020 को धमतरी से लगे बागतराई निवासी राहूलदेव से हुआ जो बस्तर जिले के किलेपाल अंतर्गत बस्तानार ब्लाक के तुरांगुर में आयुर्वेद औषधालय में डाक्टर हैं। ससुर हेमंत भोयर पेरपार में प्रधान अध्यापक हैं। जबकि इनके पिता भी चारामा विकासखंड के ग्राम बाबूकोहका में प्रधानअध्यापक के पद पर पदस्थ हैं। माता श्रीमती श्याम बाई गवर्ना कनेचूर(भानुप्रतापपुर) में लेक्चरर के पद पर पदस्थ हैं। इस तरह शिक्षित पारिवारिक पृष्टभूमि में पली बढ़ी होने के चलते हमेशा अपने कार्य के प्रति लगन बनाए रखने की शिक्षा मिली जिसे वह अपने में कायम रखते आने वाले समय में भी पूरी इमानदारी और निष्ठा से बच्चों को अध्यापन पर ध्यान देना चाहती है। उदिता ने 12 मार्च 2021 को शासकीय हायरसेकेण्डरी स्कूल अरौद में प्रथम नियुक्ति हुई है।

उदिता भोयर हायर सेकेण्डरी स्कूल अरौद में 11 वीं एवं 12 वीं साईंस विषयों में रसायन शास्त्र की क्लास लेती है। इनकी मेहनत रंग लायी कि स्कूल के 12 क्लास में यहां से 18 छात्र-छात्राएं अच्छे अंकों से उत्तीर्ण हुए हैं। एक महिला शिक्षिका के इस प्रकार पूरी लगन और मेहनत की हायर सेकेण्डरी स्कूल स्टाफ अरौद के साथ ही शासकीय रघुराज सिंह देव उच्चतर माध्यमिक विद्यालय लखनपुरी के प्राचार्य बसंत दीवान तथा शिक्षक प्रद्युमन श्रीवास के साथ अन्य महिला शिक्षिकाओं ने उदिता के इस कार्य की प्रशंसा करते उज्जवल भविष्य की कामना की है।