इन दिनो कुछ ऐसे लोगों से मेरी बात हुई कि…..
“मन में कुछ जज्वात उठे,
मैनें फिर कलम उठाई,
तो कागज़ पर विचार कुछ,
यूँ उभर कर आये।”
जीवन में जीवन साथी का बहुत महत्व होता है।जब विवाह होता है तो स्त्री और पुरुष सम्पूर्ण होते है और जीवन की शुरुआत होती है या यूं कहें कि जीवन खुशियों से भर जाता हैं।
जीवन के खट्टे मीठे अनुभवों के आधार पर हम लोग अपने परिवार को आगे बड़ाने लगते हैं। बच्चों,बड़ो की जिम्मेदारी निभाते हुए जीवन अपनी रफ़तार पकड़ लेता है।
उमर जब मध्यम अवस्था मे होती है।इस उमर तक पति-पत्नी एक दूसरे के आदी हो जाते है।एक दूसरें की जरूरतों को समझने लगते है।एक दूसरेकी इतनी आदत हो जाती है कि अगर दोनों मे से कोई एक कुछ पल के लिये ना हो तो दूसरा उसकी कमी महसूस करने लगता है।
शायद विवाह के फेरो का यही असर होता हैं जो एक दूजे को बान्ध देता है।एक अटूट रिश्ते में।
परन्तु अगर इस रिश्ते को काल की नज़र लग जायें,और इनमें से कोई एक बिछड़ जायें तो दूसरें साथी पे क्या प्रभाव पड़ता है?
कयोंकि उमर ना कम होती है और ना ज्यादा।बच्चे भी अपने जीवन के लक्षयो को पाने में लगे होते है।
अगर स्त्री होती है तो वो घर के कामो में मन लगा लेती है।अपने पति की यादों में अपना जीवन काट लेती हैं।
पर समस्या तब आती है जब पुरुष अकेला रह जाता हैं।बच्चों के पास उसके लिये समय बहुत कम होता हैं।
पुरुष को आदत होती स्त्री की,जो उसका हर खयाल रखती है।सुबह उसके जाते वक़्त नाश्ते,खाने,कपड़े हर वो जरूरत तो उसे चाहिये होती है, वो पूरा करती है।शाम को भी हाल पूछना और चाय के साथ दिनभर की बातें करना।उसके हाथ का स्पर्श ही पुरुष की थकावट मिटा देता है।
ये सारी बातें पुरुष के लिए असहनीय हो जाती हैं।जब उसकी पत्नी उससे बिछड़ जाती हैं।
यह जीवन का वो पड़ाव होता है कि वो अपने साथी के यादों को भी भुला नही पाता,परन्तु अपने को बहुत अकेला मेहसूस करता है।यह अकेलापन उसका कोई समझ नहीं सकता। यही वक़्त होता है कि दूसरे साथी के बारे में सोचा जायें।
लेकिन समाज, बच्चों का डर ऐसा होता है कि, वो हिम्मत नहीं जुटा पाता।एक डर ये भी होता है कि आने वाली मेरे बच्चों को अपना पायेगी या नहीं और बच्चे भी उसे स्वीकार कर पायेंगे या नहीं।
मगर मेरा यह मानना है अगर ऐसी स्थिति हो तो चाहे स्त्री हो या पुरूष उसे दूसरे साथी के लिये जरूर सोचना चाहिए ।बच्चों को भी इसमे सहयोग करना चाहिए।
मेरे विचार से आप लोग कितना सहमत हैं बताये जरूर…..?