आलेख

‘बेलिया दाल के साथ बस्तर रखिये की बड़ी’ (मनोज जायसवाल संपादक सशक्त हस्ताक्षर छ.ग.)

 
सीताफल,जिमीकंद,वाराही कंद के बाद इन दिनों छत्तीसगढ के गावों में प्रमुख रूप से बस्तर क्षेत्र की छत छानियों में रखिये का फल देखा जा सकता है। कम पानी की जरूरत वाला रखिये की फसल इस बार हालांकि कमजोर है।अमुमन रूप से यह स्वयं घर की बाडी या खलिहानों में मेंड तथा खाद गढ्ढे के पास स्वयं उग कर फैलती जाती है और काफी मात्रा में फल देती है।
लेकिन सेवा जतन करते लगाये जाने पर यह उतना फल नहीं देती ऐसा माना जाता है,जो देखने में भी आता है। बस्तर संभाग के हर गावों में प्रचुरता से यह पाया जाता है। इन दिनों बाजार में इसकी कीमत 200 रूपये जोडी तक मिल रहा है। लेकिन आप गावों में जाएं तो यही रखिया कम दरों पर भी मिल जाता है।
छत्तीसगढ में मुख्य रूप से यह बडी बना कर सब्जी के रूप में उपयोग की जाती है। कई लोग रखिये की बड़ी काफी पसंद करते हैं। बस्तर संभाग के लोग रखिये बडी के सिवाय अन्य बडी का सेवन ज्यादातर नहीं करते। जबकि धमतरी जिले से उस पार देखा गया है कि अन्य चीजों से निर्मित बडी का सेवन करते देखा जाता है। कई लोग तो जिमीकंद की डाली से भी बडी बना लिया करते हैं।
चुंकि उडद के साथ रखिये को कद्दु कस कर बडी बनाया जाता है, जहां उडद की दर अधिक होने के चलते बाजारों में बिकने वाले रखिया बडी की कीमत 500 रूपये किलो तक होती है। यह भी बता दें कि केशकाल इलाके में काफी मात्रा में लोग उडद लगाते हैं जो साप्ताहिक बाजार में बिकने आते हैं। लेकिन तकलीफदायक यह है कि लोग सीधे आपको नहीं बेचेंगे। भले ही इसका आप उच्च दाम दो। वह बिचौलियों के पास ही बेचते हैं। इन बिचौलिये सेठ के पास से आप खरीद सकते हैं।
किराना की दुकानों पर बस्तर के राजा नाम से बेलिया खड़ी मिलता है जो 120 से 125 रूपये किलो पर मिलता है। खुद इसका स्वाद काफी अच्छा होता है। नये उडद और रखिये की बडी बनाने पर देशी स्वाद के क्या कहने। हां रखिये की बडी बनाते समय उसमें हरी मेथी,धनिया के साथ अन्य चीजें डालनी चाहिए। रखिये की सिर्फ बडी ही नहीं मिठाईयां भी बनायी जाती है। मेले मंडई तथा अन्य सार्वजनिक जगहों पर आपको ठेलों में भी इससे बनी मिठाईयां बिकते मिलेंगी।

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