कविता काव्य देश

“सीख”श्रीमती कामिनी पुरेना साहित्यकार भिलाई‚जिला–दुर्ग (छ.ग.)

साहित्यकार परिचय

 श्रीमती कामिनी पुरेना
पिता – श्री शेरसिंह बंजारे
माता – श्रीमती चंद्रवली बंजारे
पति – श्री मनोज कुमार पुरेना
जन्मतिथि : 24 – 06 – 1977
शिक्षा–  बीए , डी.एड.

प्रकाशन –

सम्मान–

सम्प्रति–  गृहणी
सम्पर्क– उमरपोटी , चंद्रनगर, भिलाई, जिला -दुर्ग (छत्तीसगढ़) मो . 9893751133

 

“सीख”

बनो नहीं आश्रित ,
स्वयं को बनाओ ख़ास ।
पहले जैसा रहा नहीं कोई ,
जो मुसीबत में दे तुम्हारा साथ।।

कर्म ऐसा कीजिए,
सभी करें तुम पर नाज़।
प्रमाण ऐसा दीजिए ,
तुमसे सीखे जीने का अंदाज।।

फ़ैसला ऐसा लीजिए,
कभी न पछताएं आप।
लक्ष्य ऐसा चुनिए,
कभी ना करना पड़े विलाप।।

राह ऐसा चलिए,
हो कोई आगाज़।
जिसने ऐसा कार्य किया,
किया हर दिलों पर राज़।।

समाज की दुर्दशा देखकर,
कुछ तो करो विचार ।
उठो जागो लक्ष्य को प्राप्त करो ,
मिटाओ जिंदगी का अंधकार।।

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