अतीत का कच्चा मार्ग, आज राजमार्ग कल फोरलेन परसों किनारे में रेलमार्ग
-बैलगाड़ी युग से आज तक का सफर (मनोज जायसवाल) वो भी स्वर्णिम अतीत थे,जहां आज आप बस और कार में बिना किसी जर्क के आरामदायक सफर के साथ बस्तर की सैर कर रहे हैं,संभागीय मुख्यालय तक पहूंचने सिर्फ और सिर्फ…