बुद्धिजीवियों का समाज में तिरस्कार क्यों? मनोज जायसवाल संपादक सशक्त हस्ताक्षर कांकेर(छ.ग.)
(मनोज जायसवाल) -संविधान के दिए मौलिक अधिकारों का ना हो हनन। वृहत भारतीय समाज जिसकी परिकल्पना देश के महान समाजसेवकों की रही। राजा राममोहन राय जैसे महान समाजसेवी ने स्त्रियों को सती प्रथा से मुक्त कराया तो छूआछूत से लेकर…