”मेरे राम”श्रीमती रानी शर्मा समाजसेवी‚कांकेर छत्तीसगढ
”मेरे राम” व्यर्थ न गया राम भक्तों की कुर्बानी। रक्त बहा जो अवधपुरी, रक्तिम लाली बन राम भक्ति का झंडा विश्व में लहराया है। बरसों बरस की प्रतिक्षा पूर्ण हुई। पौष मास शुक्ल पक्ष द्वादशी तिथि। राम लला की प्राण…