‘मौकापरस्तों की समाज में रवानी’ मनोज जायसवाल संपादक सशक्त हस्ताक्षर कांकेर छ.ग.
(मनोज जायसवाल) चाहे सामाजिक सत्ता हो या सियासी सत्ता! मौकापरस्तों की रवानी दोनों में दिखायी देता है। जो किसी एक पक्ष के हार की बद्दुआएं देता रहा, जो उक्त प्रत्याशी के हार के लिए आमजन के सामने नकारात्मक बातों को…