lekhan vinamrata lati hai ghamand nahi manoj jaiswalलेखन विनम्रता लाती है

‘लेखन विनम्रता लाती है,घमंड नहीं’ श्री मनोज जायसवाल संपादक सशक्त हस्ताक्षर छत्तीसगढ़

”जाने कौन सी मुलाकात अंतिम रहे हों ” किसी इंसान के असमय चले जाने के बाद निश्चित रूप से ऐसा लगता है कि पिछली दफा मुलाकात की थी,काश भौतिक रूप से और मुलाकात हुई होती तो कुछ और बात किए…

error: Content is protected !!