paraye ki yad dilati bag manoj jaiswal

‘पराये की याद दिलाती,बैग’ मनोज जायसवाल संपादक सशक्त हस्ताक्षर छत्तीसगढ

विवाह पूर्व बिना थैला लिए हीरो बन कर घुमने वाला ‘पुरूष’ विवाह के दूसरे दिन से थैला रखना सीख जाता है। गृहस्थी संचालन के लिए हमेशा दुनिया से संचालन की वस्तुएं लाने की जद्दोजहद करता हुआ आदत में शुमार हो…

error: Content is protected !!