कलार समाज के अराध्य सहस्त्राबाहूअर्जुन? (मनोज जायसवाल,संपादक सशक्त हस्ताक्षर छ.ग.)
सहस्त्रार्जुन का वास्तविक नाम अर्जुन था। उन्होने दत्तत्राई को प्रसन्न करने के लिए घोर तपस्या की। दत्तत्राई उसकी तपस्या से प्रसन्न हुए और उसे वरदान मांगने को कहा तो उसने दत्तत्राई से 10000 हाथों का आशीर्वाद प्राप्त किया। इसके…