”जय माँ सरस्वती” श्रीमती रानी शर्मा समाजसेवी,साहित्यकार कांकेर छ.ग.
”जय माँ सरस्वती” माँ सरस्वती के प्रकटोत्सव में , ऋतुराज बसंत आयें हैं। चारों ओर बसंती छबी छाई है। पहन पीत चुनरिया हर्षित धरती। बह रही मंद,सुगंध, मकरंद लिए पवन। कली-कली फूल बन मुस्काई है। भौंरा मतवाला हुआ,गुनगुना रहा। डाल-डाल…